पंवासा का सरकारी स्कूल बनेगा ‘ड्रीमस्कूल’
विद्यार्थियों को चूती छतों, मैदान में भरे पानी, खराब शौचालय जैसी समस्याओं से मिलेगी मुक्ति-ड्रीम स्कूल बनने वाला प्रदेश का पहला विद्यालय होगा पंवासा में
उज्जैन। मक्सी रोड़ स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय पंवासा जल्द ही ड्रीम स्कूल के रूप में नजर आएगा। यहां विद्यार्थियों को चूती छतों, मैदान में भरे पानी और शौचालय जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। सेराजम इंडिया द्वारा स्कूल का मुख्य द्वार, बाहरी दीवारें, शौचालय, फर्श, छत और नवीन कक्ष का निर्माण कर यहां नवीनीकरण कर इसे ड्रीम स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह मध्यप्रदेश का पहला विद्यालय है जिसे सेराजम इंडिया द्वारा ड्रीम स्कूल के रूप में अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए अभूतपूर्व रूप दिया जाएगा।
सेराजम इंडिया के म.प्र. झोनल डायरेक्टर शिशुपाल कुशवाह के अनुसार 8 जुलाई को 5वें ड्रीम स्कूल का शुभारंभ शासकीय माध्यमिक विद्यालय पंवासा स्कूल की सहायता के लिए किया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में महापौर मीना जोनवाल, शिक्षा विभाग के डीपीसी पीएस सोलंकी, एमडी संजय अवस्थी, सेराजेम सीईओ को सुकबोंग, बीआरसी पीएस पंड्या, विद्यालय प्रधानाध्यापक अमितलाल पेजुवाल, शिशुपाल कुशवाह, प्रेस क्लब अध्यक्ष विशाल हाड़ा, उपाध्यक्ष उदयसिंह चंदेल मौजूद रहे। शिशुपाल कुशवाह ने बताया कि वर्तमान में पूरे भारत में लगभग 530 सेंटरों का संचालन करने वाला सेरोजेम वर्ष 2013 से कमजोर क्षेत्रों की सहायता, शासकीय स्कूलों का जीर्णोध्दार, विभिन्न आपदा सहायता कार्य जैसे सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए वर्ष 2016 से नए नारे ‘बच्चों का भविष्य भारत का भविष्य’ के साथ विद्यालयों की खराब और जर जर दर्शा को सुव्यवस्थित करने के लिए ड्रीम स्कूल गतिविधि शुरू की है। सेराजेम इंडिया कार्पोरेशन ने नवंबर 2016 में हरियाणा राज्य के गुड़गांव में अपना प्रथम ड्रीम स्कूल प्रोजेक्ट शुरू किया और अक्टूबर 2017 में तमिलनाडू राज्य के मदुरै शहर में दूसरा ड्रीम स्कूल, जुलाई 2018 में लखनउ के खुर्रम नगर में तीसरा ड्रीम स्कूल, मार्च 2019 में असम राज्य के गुवाहाटी में चौथा ड्रीम स्कूल प्रोजेक्ट पूरा करते हुए पांचवा ड्रीम स्कूल प्रोजेक्ट उज्जैन के पंवासा प्राथमिक विद्यालय में कर रहा है। भविष्य में 100 से 200 स्कूलों को ड्रीम स्कूल बनाने का लक्ष्य हैं।