top header advertisement
Home - उज्जैन << प्रदेश में पृथक काउंसिल बनाई जाने की मांग को लेकर फिजियोथेरेपिस्ट बैठे धरने पर

प्रदेश में पृथक काउंसिल बनाई जाने की मांग को लेकर फिजियोथेरेपिस्ट बैठे धरने पर



दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल में दी चेतावनी-दस दिनों में मांगे नहीं मानी तो होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल, आंदोलन
उज्जैन। ‘‘सुरक्षित रहेंगे हमारे अधिकार परिषद होगी अबकी बार, हमारी मांग स्वतंत्र फिजियोथेरेपी परिषद, जस्टिस फाॅर फिजियो, वी डिमांड इंडीपेंडेंट फिजियोथेरेपी काउंसिल इन एमपी’’ जैसे नारों की तख्तियां लहराते हुए फिजियोथेरेपिस्ट ने शनिवार को टाॅवर पर प्रदर्शन किया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि 10 दिन में मांगे नहीं मानी गई तो 17 जुलाई के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल एवं आंदोलन किया जाएगा।
इंडियन एसोसिएशन आॅफ फिजियोथेरेपिस्ट्स के अध्यक्ष डाॅ. संजीव झा ने बताया कि मध्यप्रदेश में पृथक काउंसिल बनाई जाने की मांग को लेकर फिजियोथेरेपिस्ट्स शनिवार को सांकेतिक हड़ताल पर रहे। सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक टाॅवर चैराहे पर शांतिपूर्ण धरना दिया। झा ने बताया कि मध्यप्रदेश में 7 हजार फिजियोथेरेपिस्ट्स है। मध्यप्रदेश में पृथक फिजियोथेरेपी काउंसिल बनाने की आवश्यकता है, फिजियोथेरेपी एक स्वतंत्र प्रोफेशन है एवं फिजियोथेरेपिस्ट्स स्वतंत्र तरीके से मरीजों का इलाज करते हैं। फिजियोथेरेपी की पढ़ाई 7 से 10 वर्ष की होती है जिसमें साढ़े चार साल की डिग्री, दो साल की पीजी डिग्री जिसमें आॅर्थोपेडिक, न्यूरोलाॅजी, स्पोटर््स, कार्डिओ एवं अन्य ब्रांच शामिल हैं। फिजियोथेरेपिस्ट्स पैरामेडिकल के अंतर्गत नहीं है, ये पूरी दुनिया में स्वतंत्र है। ये भारत सरकार एवं डब्ल्यूएसओ भी जानती है। इसके बावजूद मध्यप्रदेश में विगत 16 वर्षों से बार-बार मांग करने के बावजूद स्वतंत्र काउंसिल बनाने की बात नहीं मानी गई, जबकि छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र एवं गुजरात में भी अलग काउंसिल बना दी गई है। 

Leave a reply