पीएम पर सुप्रीम कोर्ट के दिए आदेश अनुसार क्या होगा आपकी सैलरी पर असर
नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट द्वारा गुरुवार को दिए गए एक आदेश के बाद अब कर्मचारियों के स्पेशल अलाउंस यानी विशेष भत्ते को भी उनकी बेसिक सैलरी का हिस्सा माना जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले में यह नियम पीएफ एक्ट में शामिल करने का आदेश दिया गया है। पीएफ को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का यह फैसला बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नया नियम उन कर्मचारियों पर लागू होगा, जिनकी बेसिक सैलरी और स्पेशल अलाउंस मिलाकर 15 हजार तक हो। इसके बाद जहां कर्मचारियों को फायदा होगा वहीं नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। जानिए इसका सैलरी पर क्या होगा असर।
बढ़ेगा पीएफ लेकिन घटेगी सैलरी
सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश के बाद कर्मचारियों पर इसका दोहरा असर होगा। इसका असर यह होगा कि जहां कर्मचारी का पीएफ बढ़ जाएगा। वहीं इस तरीके से उसकी टेक होम सैलरी घटेगी, लेकिन अब कंपनी को भी कर्मचारी के पीएफ में ज्यादा पैसा जमा कराना होगा। वर्तमान सैलरी स्ट्रक्चर के हिसाब से कर्मचारियों को उनकी तनख्वाह का 12 प्रतिशत अपने पीएफ के लिए देना होता है।
कुछ कंपनियां 10 प्रतिशत भी काटती हैं। इसके अलावा अन्य परिलब्धियों जैसे मकान किराया, विशेष भत्ते आदी अतिरिक्त भत्तों के रूप में दिखाए जाते हैं। हालांकि, यह सभी मिलकर कर्मचारी की कॉस्ट ऑफ कंपनी दिखाते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का दोहरा अशर होगा। पहला कि कर्मचारी का पीएफ अशंदान बढ़ जाएगा लेकिन तनख्वाह कम होगी। वहीं दूसरा असर यह होगा कि रिटायरमेंट पर कर्मचारी के पीएफ खाते में ज्यादा रकम होगी साथ ही उसे पेंशन भी ज्यादा मिलेगी। जहां एक तरफ कर्मचारी की तरफ से पीएफ अंशदान बढ़ेगा वहीं कंपनी की तरफ से भी अशंदान बढ़ेगा।
ऐसे कम होगी टेक होम सैलरी
उदाहरण के लिए माना कि आपकी सैलरी 30,000 रुपए महीना है और 12 प्रतिशत के हिसाब से आपका हर महीने का पीएफ अंशदान 3600 रुपए होगा। इतनी ही रकम कंपनी द्वारा भी दी जाएगी। कर्मचारी के पीएफ अंशदान को कम करने के लिए कईं कंपनियां सैलरी में कईं भत्ते अलग कर देती है। मसलन आपकी तनख्वाह 30,000 को आधी कर दी जाए और आधे को भत्तों में बदल दिया जाए तो आपका पीएफ भी आधा हो जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब कर्मचारी का पीएफ उसके भत्तों से भी काटा जाएगा मतलब अगर कंपनी आपको 15000 सैलरी के अलावा 15 हजार के भत्ते देती है तो भी पीएफ 3600 रुपए ही कटेगा। इसका मतलब अब कंपनी और आपकी तरफ से अंशदान मिलकर 7200 रुपए पीएफ खाते में जाएगा। इसका आपकी टेक होम सैलरी पर असर पड़ेगा क्योंकि अब तक कंपनी जो भत्ते देती थी उस पर पीएफ नहीं कटता था।
फैसले की अनदेखी पड़ेगी भारी
सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के एक दिन बाद कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने कहा कि उसने उन कंपनियों पर सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है, जो पीएफ योगदान की गणना में विशेष भत्ते को शामिल नहीं करेंगे।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि अदालत के फैसले को अमल में नहीं लाने वाली कंपनियों पर ईपीएफओ सख्त कार्रवाई करेगा। संगठन अभी फैसले का अध्ययन कर रहा है और इसके बाद वह जल्द ही आदेश को अमल में लाने के लिए एक विस्तृत योजना जारी करेगा।