प्रायश्चित करने से मिटते है पाप
उज्जैन। मनुष्य जीवन भर मन, वाणी ओर शरीर से जाने अनजाने कितने ही पाप करता है। लेकिन मृत्यु से पूर्व उनका प्रायश्चित कर ले तो पापों का क्षय हो जाता है। श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण का सार यही है कि पाप, लोभ, मोह आदि का त्याग कर भगवान के शरणागत हो जाओ, आपको मोक्ष अवश्य मिलेगा। यह बात भागवताचार्य पं.कृष्ण वल्लभ व्यास ने शनिवार को कमल कॉलोनी स्थित दुर्गामाता मंदिर के पास चल रही श्रीमद् भागवत कथा में अजामिल प्रसंग की व्याख्या करते हुए कही। अनूप सेन ने बताया कथा विश्रांति पर मनोज जायसवाल, राजेश मीणा, महेश कुशवाह, मनोज दिसावल, विक्की चौहान ने आरती की।