परिवार का कलह रूपी जहर जिसने पिया वही शंकर हो जाता है- पं. व्यास
उज्जैन। भगवान शिव ऐसे देव हैं जिन्होंने देवताओं के संकट को देखकर स्वयं ने जहर पीने का निर्णय लिया जो जहर पीता है वहीं शिव बनता है। भगवान शिव देव से महादेव हो गए। जो परिवार का कलह रूपी जहर पीता है वहीं जीव फिर शिव बन जाता है।
उक्त बात मुनिनगर पानी की टंकी के नीचे संकट मोचन हनुमान मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह के तीसरे दिन की कथा में पं. सुनील कृष्ण व्यास बेरछा मंडी ने शिव चरित्र की कथा सुनाते हुए कही। आपने मनु वंश की कथा का वृत्तांत सुनाकर ध्रुव चरित्र, सती चरित्र, अनसूया चरित्र का सुमधुर वाणी में सुंदर वर्णन किया। गोपियों की कथा के माध्यम से आपने कहा केवल मंदिर में 4 घंटे बैठने से भक्ति नहीं होती। गोपियों ने न तो घर छोड़ा न परिवार छोड़ा फिर भी कन्हैया की ऐसी भक्ति की के कन्हैया को गोपियों से मिलने आना पड़ा। प्रहलाद चरित्र के माध्यम से आपने बताया कि भक्ति और अपने इष्टदेव पर विश्वास होना चाहिए। आपका इष्ट आपका प्रभु पर विश्वास पक्का है तो प्रभु लोहे के खंभे को तोड़कर भी नृसिंह रूप में प्रकट हो सकते हैं। भक्तों का विश्वास ही भगवान के दर्शन कराता है। संयोजक पंडित गोपाल व्यास ने बताया कि कथा में आज श्री कृष्ण जन्मोत्सव होगा। व्यास ने कथा के सभी भक्तों से आकर धर्म लाभ लेने का अनुरोध किया है।