इंदिरा गांधी ने सबसे ज्यादा 50 बार, जबकि नरेंद्र मोदी ने सिर्फ 3 बार लगाया राष्ट्रपति शासन
मल्टीमीडिया डेस्क। जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। प्रदेश में भाजपा-पीडीपी गठबंधन टूटने के बाद 20 जून 2018 को राज्यपाल शासन लगाया गया था। जम्मू-कश्मीर में सियासती उबाल के बीच सरकार बनाने की कोशिशें भी हुई, लेकिन राजनीतिक जोड़-तोड़ के बावजूद सरकार बन नहीं पाई। राज्यपाल सतपाल मलिक ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को राज्य में छह महीने से जारी राज्यपाल शासन की अवधि 19 दिसंबर को समाप्त होने के मद्देनजर राष्ट्रपति शासन लागू करने की सिफारिश की थी।
इससे पहले जम्मू-कश्मीर 1989 से 1996 छह साल तक राष्ट्रपति शासन का गवाह रह चुका है। उस वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के नेता डॉ फारुक अब्दुल्ला ने 1989 में तत्कालीन प्रधानमंत्री वीपी सिंह की सरकार द्वारा राज्य के नए राज्यपाल के रूप में जगमोहन की नियुक्ति के बाद इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद डॉ अब्दुल्ला के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के साथ ही अक्टूबर 1996 में राष्ट्रपति शासन समाप्त हो गया था।
गौरतलब है प्रदेश का अलग संविधान होने की वजह से सीधे राष्ट्रपति शासन लागू नहीं होता है। राज्य में पिछले 40 सालों में 8 बार राज्यपाल शासन लागू किया जा चुका है।
देश में अब तक 29 में से 27 राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाया जा चुका है। तथ्यों पर अगर गौर करें तो देश में अब तक 127 बार राष्ट्रपति शासन लगाया जा चुका है। किसी भी प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू होते ही राज्य की बागडोर राज्य सरकार से सीधे गवर्नर के पास चली जाती है।
किसी भी प्रदेश राष्ट्रपति शासन आर्टिकल 356 के तहत विधानसभा में बहुमत न होने, गठबंधन के बिखर जाने या इस तरह की परिस्थितियों में लागू किया जाता है। सबसे लंबा राष्ट्रपति शासन जम्मू कश्मीर में 6 साल 264 दिन तक रहा तो वहीं सबसे कम कर्नाटक राज्य में 7 दिनों के रहा है। इस मामले में मणिपुर सबसे ज्यादा 10 बार राष्ट्रपति शासन देख चुका है। जबकि दिल्ली में सिर्फ 1 बार इसकी जरूरत पड़ी है।
इसके अलावा आंध्र प्रदेश में 2, अरुणाचल प्रदेश में 4, असम में 4, बिहार में 8, दिल्ली में 1, गोवा में 5, गुजरात में 5, हरियाणा में 3, हिमाचल प्रदेश में 2, जम्मू कश्मीर में 6, झारखंड में 3, कर्नाटक में 6, केरल में 4, मध्य प्रदेश में 3, महाराष्ट्र में 2, मणिपुर में 10, मेघालय में 2, मिजोरम में 3, नगालैंड में 4, उड़ीसा में 6, पुडुचेरी में 6, पंजाब में 8, राजस्थान में 4, सिक्किम में 2, तमिलनाडु में 4, त्रिपुरा में 3, उत्तर प्रदेश में 9 और पश्चिम बंगाल में 4 बार राष्ट्रपति शासन लग चुका है।
राजनेताओं की बात करें तो प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सबसे ज्यादा 1966 से 1977 के बीच 35 बार और 1980 से 1984 के बीच 15 बार, मोरारजी देसाई ने 1977 से 1979 तक 16 बार, नरसिंह राव ने 1991 से 1996 तक 11 बार, अटलबिहारी वाजपेयी ने 199 से 2004 तक 5 बार, मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक 12 बार और नरेंद्र मोदी अब तक 3 बार राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगा चुकी है, लेकिन पीएम मोदी के 2 फैसलों को कोर्ट ने पलट दिया था।