कमलनाथ ने पहले ही दिन किसानों के कर्ज माफ कर उम्मीदें जगाई
संदीप कुलश्रेष्ठ
मध्यप्रदेश में पिछले 15 सालों के बाद कांग्रेस के श्री कमलनाथ मुख्यमंत्री बने। श्री कमलनाथ ने 17 दिसम्बर को मुख्यमंत्री की शपथ लेने के तुरन्त बाद अपना वादा निभाया। सबसे पहले उन्होंने किसानों के कर्ज माफ करने के आदेश दिये। यहीं नहीं उन्होंने एक के बाद एक तीन और महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जो दूरगामी प्रभाव वाले हैं। श्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही पहले दिन सबसे महत्वपूर्ण फैसला किसानों की कर्जमाफी का लेकर आमजन में उम्मीदें जगाई है।
34 लाख किसानों का कर्ज माफ -
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के किसानों की कर्जमाफी के आदेश के बाद मध्यप्रदेश के करीब 34 लाख किसानों का कर्ज माफ होगा। इन किसानों के करीब 38 हजार करोड़ रूपये राज्य सरकार ने माफ कर दिये हैं। कर्ज से पीड़ित किसानों के अधिकतम 2 लाख रूपये तक माफ किये जा रहे हैं। किसानों की कर्ज माफी का फायदा लगभग 21 लाख डिफाल्टर किसानों के साथ ही चालू कृषि ऋण वाले किसानों को भी होगा। इस आदेश के अनुसार 31 मार्च 2018 तक के किसानों को इस कर्ज माफी का फायदा मिलेगा।
अन्य तीन बड़े फैसले -
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने पहले ही दिन किसानों के कर्ज माफी के अलावा तीन और बडे़ फैसले लिये। इसमें एक फैसला यह भी है कि मध्यप्रदेश में जो उद्योग धंधे लगायेंगे, उसमें मध्यप्रदेश के 70 प्रतिषत लोगों को रोजगार देना अनिवार्य किया गया है। जो यह सुविधा देगा, उन्हें ही राज्य सरकार प्रोत्साहन और अनुदान देगी। पहले ऐसी कोई शर्ते नहीं थी। इस कारण अब उम्मीद जगी है कि मध्यप्रदेश के बेरोजगारों को इस बदली हुई निवेश नीति के कारण रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने एक और जो महत्वपूर्ण फैसला लिया है, वह सीधा पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का पसंदीदा विषय है। पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कन्यादान/निकाह योजना के अर्न्तगत 28000 रूपये की सहायता देकर लाखों गरीब परिवारों की लाडलियों के विवाह करवाये। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने अब कन्या विवाह की सहायता राशि लगभग दोगुनी 51 हजार रूपये कर दी है। इससे मुख्यमंत्री ने यह संकेत दिये हैं कि पूर्व सरकार की अच्छी योजनाओं को बंद नहीं करते हुए उनका और विस्तार किया जायेगा।
मुख्यमंत्री के पहले ही दिन एक ओैर महत्वपूर्ण निर्णय के अनुसार प्रदेश में 4 नये गारमेन्ट पार्क बनाये जायेंगे। अभी केवल जबलपुर और इन्दौर में ही गारमेन्ट पार्क है। अब 4 नये गारमेंन्ट पार्क भोपाल, छिन्दवाड़ा, इन्दौर और रतलाम जिले में बनाये जायेंगे। प्रदेश में जो नये गारमेन्ट पार्क बनाये जायेंगे उनका दायरा लगभग 100 एकड़ का होगा। अभी जबलपुर, इन्दौर के गारमेन्ट पार्क करीब 5-7 एकड़ के ही है। मुख्यमंत्री के ऐसे निर्णय से बेरोजगारों में रोजगार की संभावना बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने दी अफसरों को सख्त नसीहतें -
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री की शपथ लेने के पहले ही दिन समस्त विभागों के प्रमुखो की बैठक लेकर उन्हें अपने कार्य करने का तरीका समझा दिया । श्री कमलनाथ ने अफसरां को सख्त नसीहतें देते हुए कहा है कि जिले और तहसीलों के काम मेरे पास नहीं आना चाहिए। तहसील के काम तहसील स्तर के अधिकारी करें और जिले के काम जिला स्तर के अधिकारी ही निपटाएं। जो ऐसा नहीं करेगा तो उसे माफ नहीं किया जायेगा।
आम लोगों की उम्मीदें जगी -
मध्यप्रदेश के इस नये मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के पहले दिन ही लिये गये चार महत्वपूर्ण निर्णय और सब विभागां के प्रमुखां को दिये गये निर्देश से आमजन प्रसन्न है। उनकी उम्मीदें जगी हैं। अब उन्हें अपने छोटे -मोटे कामां के लिए भटकना नहीं पडे़गा। किन्तु यह काम इतना आसान भी नहीं है। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ केन्द्र में बरसों विभिन्न विभागां के मंत्री के रूप में अपनी सेवायें दे चुके हैं। उन्हें दीर्घ अनुभव है। किन्तु प्रदेश में आम लोगों की इच्छा पर खरे उतरने के लिए जरूरी है उनके काम समय पर हों और उन्हें यहाँ- वहाँ अनावश्यक भटकना न पड़े। इसके लिये मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ को शुरू से यही पहले दिन वाला सख्त रूख अपनाना होगा , तभी सरकार पर नियंत्रण रखा जा सकेगा और आम लोगों की उम्मीदें भी पूरी हो सकेगी।
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