शक्तिकांत दास बने आरबीआई के नए गवर्नर
नई दिल्ली। पूर्व वित्तीय सचिव और वित्तीय आयोग के मौजूदा सदस्य शक्तिकांत दास को सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का नया गवर्नर नियुक्त किया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यह खबर दी है। दास का कार्यकाल तीन साल के लिए होगा।
दास 2015 से 2017 के बीच आर्थिक मामलों के सचिव रह चुके हैं और उन्होंने केंद्रीय बैंक के साथ काफी करीबी से काम किया है। फिलहाल वह वित्तीय आयोग के सदस्य हैं। इसके अलावा वह जी-20 सम्मेलन में भारत के आधिकारिक प्रतिनिधि हैं।
सरकार ने शुरुआती तौर पर दास को वित्त मंत्रालय में राजस्व विभाग का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी थी और बाद में उन्हें आर्थिक मामलों का सचिव बना दिया गया। मोदी सरकार के नोटबंदी के दौरान दास की अहम भूमिका थी। बता दें कि पूर्व गवर्नर ऊर्जित पटेल के सोमवार को दिए अचानक इस्तीफे के बाद यह पद खाली हो गया था।
पिछले साल, दास ने वैश्विक रेटिंग एजेंसियों की पद्धति की आलोचना की थी। दास ने मोदी सरकार और गठबंधन वाली कांग्रेस सरकार के नेतृत्व में बजट डिविजन में काम किया है। वह आरबीआई के 25वें गवर्नर होंगे।
जानिए कौन हैं शक्तिकांत दास
शक्तिकांत दास का जन्म 26 फरवरी 1957 को हुआ था। उन्होंने इतिहास में एमए किया है और तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वो फिलहाल भारत के 15 वें वित्त आयोग और भारत के शेरपा जी -20 में सदस्य हैं। शक्तिकांत ने भारत के राजस्व सचिव, भारत के आर्थिक मामलों के सचिव और भारत के उर्वरक सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने नई दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से मास्टर्स डिग्री ली है।
गौरतलब है कि सोमवार को उर्जित पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। पटेल ने इसके पीछे निजी कारणों का हवाला दिया था। उर्जित पटेल सितंबर 2016 में आरबीआई के 24वें गवर्नर नियुक्त किए गए थे। उन्हें रघुराम राज का कार्यकाल खत्म होने के बाद तीन साल के लिए नियुक्त किया गया था।
वर्तमान में आरबीआई के पास चार डिप्टी गवर्नर: आरबीआइ में इस समय चार डिप्टी गवर्नर हैं जिसमें सबसे वरिष्ठतम एन एस विश्वनाथन हैं। विश्वनाथन को 4 जुलाई 2016 को आरबीआइ का डिप्टी गवर्नर बनाया गया था।
इसके बाद विरल आचार्य को 28 दिसंबर 2016, बी पी कानूनगो को 11 मार्च 2017 और एम के जैन 4 जून 2018 को नियुक्त किया गया है। इसके अलावा आरबीआइ में 12 निदेशक भी हैं।