top header advertisement
Home - आपका ब्लॉग << विश्व में सबसे अधिक बाल विवाह भारत में, शिक्षा से ही हो सकती है प्रभावी रोक

विश्व में सबसे अधिक बाल विवाह भारत में, शिक्षा से ही हो सकती है प्रभावी रोक


 डॉ. चंदर सोनाने    
           यूनिसेफ की बाल विवाह पर जारी एक रिपोर्ट से पता चलता है कि 18 साल से पहले शादी करने वालां की विश्व में सबसे ज्यादा 2.6 करोड़ आबादी हमारे देश भारत में है। यह चिंताजनक है। भारत में बिहार, पश्चिमी बंगाल और राजस्थान ऐसे राज्य हैं, जहाँ अभी भी बाल विवाह की दर 40 प्रतिशत से ऊपर है। इस मामले में देश में तमिलनाडु और केरल राज्य बेहतर है। यहाँ ये दर देश में सबसे कम 20 प्रतिशत से भी कम है। अर्थात इससे यह स्पस्ट होता है  कि जिन राज्यों मे शिक्षा की स्थिति बेहतर है, वहाँ बाल विवाह कम है। यानी शिक्षा ही एक ऐसा कारगर उपाय ह,ै जिससे बाल विवाह पर प्रभावी रोक लग सकती है।
                         हांलाकि भारत में बाल विवाह के मामलों में उल्लेखनीय 20 प्रतिशत की कमी आई  है। 10 साल पहले ये दर 47 प्रतिशत थी, जो यह अब 27 प्रतिशत हो गई है। इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ा है । इस कारण दुनिया भर में बाल विवाह की दर 50 प्रतिशत से घट कर 30 प्रतिशत पर आ गई है। बाल विवाह की दर का मतलब 20 वर्ष से 24 साल की ऐसी लड़कियाँ है, जिनकी शादी 18 वर्ष की उम्र से पहले ही हो गई है। यह नतीजे यूनिसेफ की और से बाल विवाह की रिपोर्ट से निकले हैं। यूनिसेफ ने इस रिपोर्ट में सन 2006 के आकंडों की तुलना 2016 से की है। इसके आधार पर ही उक्त नतीजे दिये गये है। 
                          विश्व में सबसे अधिक बाल विवाह होने के मामले पाँच देशों में सामने आते हैं। सबसे पहले नंम्बर पर भारत है। यहाँ 2.6 करोड़ बाल विवाह के मामले सामने आये हैं। इसके बाद क्रमशः बांग्लादेश में 39 लाख, नाइजीरिया में 33 लाख, ब्राजील में 29 लाख और इथियोपिया में 19 लाख मामले सामने आये हैं। इसी प्रकार पाँच देशों में बाल विवाह की दर सबसे अधिक पाई गई है। इनमें से नाइजर में 76 प्रतिशत , अफ्रीकन रिपब्लिक में 68 प्रतिशत, चाड में 67 प्रतिशत, बांग्लादेश में 59 प्रतिशत और बुरकिया फासो में 52 प्रतिशत की दर यूनिसेफ को मिली है। 
                           दुनिया भर की बात करें तो पिछले 10 साल में ढाई करोड़ बाल विवाह रोके गये हैं। इसके बाद भी इस पर पूरी तरह रोक लगना अभी बाकी है। अभी हर साल दुनिया में 1.2 करोड बाल विवाह हो रहे हैं। अभी भी हर पाँच में से एक लडकी की 18 साल से पहले शादी की जा रही है। पूरी दुनिया में 65 करोड़ महिलाएँ ऐसी है, जिनकी शादी 18 साल की उम्र से पहले ही हो गई है। यूनिसेफ की रिपोर्ट के अनुसार बाल विवाह के घटने की दर संतोषजनक है। सन 2050 तक दुनिया भर से यह दर गिर कर 10 प्रतिशत तक ही रहने का अनुमान है। 
                            बाल  विवाह के मामले में विश्व में सबसे खराब स्थिति अफ्रीकी देशों की है। यहाँ इसकी दर 40 प्रतिशत से उपर देखी गई है। दुनिया में होने वाला हर तीन में से एक बाल विवाह अफ्रीकी देशों में ही हो रहा है। यह स्थिति चिंताजनक है। 

                            यूनिसेफ की पूरी रिपोर्ट को देखें तो यह पता चलता है कि जिन देशों में शिक्षा का स्तर अच्छा है, विशेषकर महिला शिक्षा का प्रतिशत अच्छा है, वहाँ बाल विवाह कम हो रहे हैं । इसी प्रकार अफ्रीका के देशां मे शिक्षा का स्तर कम है। वहाँ बाल विवाह अधिक हो रहे हैं। यही बात हमारे देश में भी राज्यों की शिक्षा की स्थिति से स्पष्ट हो रही है। इसलिये सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि केन्द्र व राज्य सरकार शिक्षा पर सर्वाधिक जोर दें। शिक्षा पर सबसे अधिक खर्च भी किया जाए । विषेशकर महिला शिक्षा पर सर्वाधिक ध्यान देने की जरूरत है। शिक्षा पर किया जाने वाला खर्च का सीधा प्रभाव शिक्षा के स्तर सुधरने के साथ- साथ परोक्ष रूप से स्वास्थ्य, बाल विवाह, गरीबी, सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर ही पढ़ता है।  इसलिए इस पर विशेष ध्यान देने की महती आवश्यकता है। 
                                   --------000--------

Leave a reply