top header advertisement
Home - मध्य प्रदेश << साँची दूध की गुणवत्ता है एफएसएसएआई के मानक अनुसार

साँची दूध की गुणवत्ता है एफएसएसएआई के मानक अनुसार



 भोपाल सहकारी दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जितेन्द्र राजे ने बताया कि संघ द्वारा एफएसएसएआई के फैट/एनएनएफ के मानक अनुसार दूध उपलब्ध करवाया जा रहा है। यह दूध विभिन्न आयु वर्गों के लिये उपयोगी है। दुग्ध संघ द्वारा उत्पादित गोल्ड दूध पैकेट में 6 प्रतिशत फैट, 9 प्रतिशत एसएनएफ, शक्ति में 4.5 फैट और 8.5 एसएनएफ, चाह में 4.5 फैट, 9 एसएनएफ, ताजा में 3 फैट, 8.5 एसएनएफ, स्मार्ट में 1.5 फैट और 9 एसएनएफ तथा लाइट दूध पैकेट में 0.1 प्रतिशत फैट और 8.7 प्रतिशत एसएनएफ होता है।

दुग्ध संघ द्वारा ग्रामीण स्तर की दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से दुग्ध उत्पादकों द्वारा उत्पादित दूध को संकलित कर संयंत्र में पाश्चुराइज किया जाता है। विभिन्न प्रकार का दूध मानक स्तर के आधार पर हाईजेनिक स्थिति में तैयार और पैक कर उपभोक्ताओं को कोल्डचेन प्रणाली के माध्यम से उपलब्ध करवाया जाता है।

दुग्ध संयंत्र में ग्राम-स्तरीय दुग्ध सहकारी समितियों से प्राप्त दूध को बाजार की माँग के अनुसार विभिन्न लॉट में मानक-स्तर पर निर्मित कर उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवाया जा रहा है। जहाँ तक दूध का पतला और कम मलाई का होने का प्रश्न है, संघ को दूध उपभोक्ताओं से किसी भी प्रकार की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।

सभी 6 प्रकार के दूध मानक-स्तर पर ही प्रदाय किये जा रहे हैं। किसी भी उपभोक्ता की संघ के हेल्पलाइन नम्बर पर दूध एवं दुग्ध पदार्थ संबंधी यदि कोई शिकायत प्राप्त होती है, तो संघ की गुणवत्ता शाखा द्वारा त्वरित निराकरण किया जाता है।

भोपाल दुग्ध संघ किसी भी प्रायवेट फर्म से दुग्ध चूर्ण खरीद नहीं रहा है। वर्तमान में अत्यधिक दुग्ध उत्पादन होने की स्थिति में प्रायवेट संयंत्रों से भी दुग्ध चूर्ण बनवाया जा रहा है। प्रायवेट संयंत्रों में निर्मित हो रहे दूध पावडर की गुणवत्ता की जाँच संघ की गुणवत्ता शाखा द्वारा निरीक्षण और परीक्षण के माध्यम से निरंतर की जाती है।

सुनीता दुबे

Leave a reply