top header advertisement
Home - उज्जैन << दुनिया का सबसे बड़ा और शक्तिशाली वर्दीधारी संगठन है एनसीसी- केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री

दुनिया का सबसे बड़ा और शक्तिशाली वर्दीधारी संगठन है एनसीसी- केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री


उज्जैन- दुनिया का सबसे बड़ा और शक्तिशाली वर्दीधारी संगठन है एनसीसी। प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी का मोटीवेशन करोड़ों बच्चों पर जाता है। प्रधानमंत्री जी खुद एक कैडेट थे। जब प्रधानमंत्री जी की कैडेट की फोटो सोशल मीडिया में आईदेश के युवा उत्साहित हो गएदुनिया का सबसे लोकप्रिय नेता वो कैडेट रहा हैतो अब होड़ लगी है। तभी प्रधानमंत्री जी का निर्देश हुआजब 17 लाख एनसीएसी कैडेट से बढ़कर 20 लाख कैडेट होने जा रहे हैं। ये बात शुक्रवार को उज्जैन प्रवास पर आए केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री श्री संजय सेठ ने कही। 10 एमपी बटालियन के एनसीसी कैडेट्स से मिलने उज्जैन आए केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री श्री संजय सेठ ने कहा कि एनसीसी कैडेट होना ही बहुत बड़ा बोध होता है। इसमें अनुशासन कूट कूट कर आता है। मंत्री ने कहा कि शुरू से एक पौध राष्ट्रप्रेम में आ जाता है। बच्चे कैसे आगे बढ़कर अपने जीवन में भारतीय फौज का हिस्सा बनेइस बारे में उन्होंने बच्चों से बात की। एक प्रश्न के जवाब में मंत्री श्री सेठ ने कहा कि मैं एनसीसी कैडेट तो थालेकिन ये मेरा दुर्भग्य है कि मैं भारतीय फौज का हिस्सा नहीं बन पाया। आज तक वो मेरे जीवन में काटता है। क्योंकि भारतीय फौज दुनिया का सबसे शक्तिशाली फौज है। भारत - भरत की भूमि हैये वंदन की भूमि है अभिनंदन की भूमि है। मंत्री श्री संजय सेठ ने कहा कि अगला जनम जब हो तो भारत में ही हो और हमको भारत की फौज का हिस्सा बनना हैयही ईश्वर से प्रार्थना है। क्योंकि बहुत महान देश है ये और भारतीय फौज भी महान है। इससे पहले विक्रम विश्वविद्यालय व 10 एमपी बटालियन के संयुक्त तत्वाधान में स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री श्री संजय सेठ ने मां सरस्वती का पूजन कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुल गुरु प्रो अर्पण भारद्वाजमध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के डिप्टी डायरेक्टेर ब्रिगेडियर रजनीश गौरइंदौर ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर सौरभ जैन व कमान अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल विनीत कुमार की उपस्थिति में संपन्न हुआ। यहां मंत्री श्री संजय सेठ ने बच्चों से एनसीसी कैडेट्स से मुलाकत की और ये जाना कि वे भविष्य में क्या बनना चाहते हैं। मंत्री सेठ ने यहां विजिटर्स डायरी में अपने विचार भी लिखे।

Leave a reply