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नियमितता, अनुशासन, तल्लीनता एवं समयबद्धता सफलता के मूल मंत्र संभागायुक्त श्री ओझा ने लो.ति. एवं उत्कृष्ट विद्यालय में प्रेरणा संवाद किया


 

      उज्जैन  । विद्यार्थी जीवन में नियमितता, अनुशासन, तल्लीनता एवं समयबद्धता बहुत आवश्यक है। ये वे मूल मंत्र हैं जिनसे आप किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। संभागायुक्त श्री एम.बी.ओझा ने आज बुधवार को ‘प्रेरणा संवाद’ के अंतर्गत लोक मान्य तिलक उ.मा.वि. एवं उत्कृष्ट विद्यालय में विद्यार्थियों के साथ प्रेरणा संवाद किया।

      इस अवसर पर खाद्य आयोग के सदस्य श्री किशोर खण्डेलवाल, संयुक्त आयुक्त विकास श्री प्रतीक सोनवलकर, श्री एस.के.श्रीवास्तव, प्रभारी संयुक्त संचालक श्री संजय गोयल, उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य श्री भरत व्यास, लो.ति. स्कूल के प्राचार्य श्री अशोक कड़ेल, प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

मन में सीखने की ललक पैदा करें

लो.ति. विद्यालय में प्रेरणा संवाद में खाद्य आयोग के सदस्य श्री किशोर खण्डेलवाल ने कहा कि हर बच्चा अपने मन में सीखने की ललक पैदा कर ले। यदि यह ललक उनके अन्दर आ जाएगी तो वे जिन्दगी भर सीखते रहेंगे और जीवन में उच्च सफलता प्राप्त करेंगे। प्रेरणा संवाद के द्वारा बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि पैदा की जा रही है।

मार्गदर्शन की आवश्यकता

संभागायुक्त श्री एम.बी. ओझा ने कहा कि 12 वीं कक्षा के पश्चात विद्यार्थी का भविष्य निर्धारित होता है। यह निर्धारित होता है कि वे किस क्षेत्र में कार्य करेंगे। इस स्तर पर उन्हें सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। शासन द्वारा इसी दृष्टि से प्रेरणा संवाद प्रारंभ किया गया है। श्री ओझा ने बताया कि विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए म.प्र. शासन ने मुख्यमंत्री लैपटॉप प्रदाय एवं मुख्यमंत्री मेधावी छात्रवृत्ति योजना प्रारंभ की है। मेधावी विद्यार्थियों की शासन उच्च शिक्षा की फीस भरता है। इसके लिए 12 वीं कक्षा में 75 प्रतिशत अथवा अधिक अंक प्राप्त करना है। परिवार की वार्षिक आय 6 लाख रुपए से अधिक नहीं होना चाहिए। 12 वीं में सामान्य वर्ग द्वारा 85 प्रतिशत अंक अथवा SC/ST विद्यार्थियों द्वारा 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर शासन लैपटॉप प्रदाय करता है। 

नियमित अध्ययन सफलता का मंत्र

      श्री ओझा ने कहा कि सफलता का मूल मंत्र नियमित पढ़ाई है। चाहे छुट्टी हो या शादी-ब्याह आदि कार्यक्रम, विद्यार्थियों को नियमित पढ़ाई करनी चाहिए। चाहे वे कम समय दें परन्तु पढ़ाई की नियमितता नहीं छोड़ें। श्री ओझा ने बताया कि सिविल सेवा आदि परीक्षाओं के लिए अब हर विषय पढ़ना आवश्यक हो गया है। इसलिए विद्यार्थी को निरन्तर अपना सामान्य ज्ञान बढ़ाना होगा।

सर्वाधिक विद्यार्थी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी बनना चाहते हैं

      संभागायुक्त ने विद्यार्थियों से प्रश्न किया कि वे 12 वीं के बाद किस विषय की पढ़ाई करेंगे, वे क्या बनना चाहते हैं ? इस पर सर्वाधिक विद्यार्थियों ने प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी बनने की बात कही। इसके बाद इंजीनियर, डॉक्टर एवं वकील का नम्बर था।

SC/ST व जनरल वालों में अन्तर क्यों ?

      संभागायुक्त से प्रश्न-उत्तर सत्र में विद्यार्थी सचिन एवं विवेक ने प्रश्न किया कि SC/ST विद्यार्थी एवं जनरल विद्यार्थियों में शासन की ओर से सुविधाएं देने में अन्तर क्यों किया जाता है ? इस पर संभागायुक्त ने कहा कि शासन किसी में अन्तर नहीं करता। पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को सभी के समान बनाने के लिए शासन द्वारा उन्हें विशेष सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं। यह शासन का नीतिगत निर्णय है।

मध्य प्रदेश शासन सुविधाएँ दे रहा है

      संभागायुक्त श्री एम.बी. ओझा ने उत्कृष्ट विद्यालय में प्रेरणा संवाद में कहा कि कोई भी विद्यार्थी स्वयं को अभावग्रस्त महसूस न करे। मध्य प्रदेश शासन आपको हर सुविधा देता है। आप किसी भी क्षेत्र में जा सकते हैं, मेधावी विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा की फीस शासन भरेगा। आप तल्लीनता के साथ पढ़ाई करें एवं अनुशासित रहें। समयबद्धता आपको सफलता में सहायक होगी। आप उत्कृष्ट हैं अत: उत्कृष्ट विद्यालय में अध्ययन कर रहे हैं, आप अपनी इस उत्कृष्टता को बनाएं रखें।

लक्ष्य निर्धारित कर पढ़ाई करें

      उत्कृष्ट विद्यालय में संभागायुक्त ने अपने विद्यार्थी जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने लक्ष्य निर्धारित करके पढ़ाई की। संस्कृत एवं दर्शनशास्त्र उनके विषय रहे। आप भी अपना लक्ष्य निर्धारित करें और पढ़ाई करें। आज के समय में सामान्य ज्ञान का अच्छा ज्ञान होना आवश्यक है। इसके साथ ही शुद्धलेखन भी आवश्यक है। पढ़े हुए पाठ को रोज दोहराइए। समूह बनाकर पढ़ना एवं संवाद करना अध्ययन में उपयोगी है। 

IAS बनने के लिए स्नातक होना आवश्यक

      उत्कृष्ट विद्यालय में विद्यार्थियों से संवाद के दौरान श्री ओझा ने बताया कि IAS बनने के लिए किसी भी विषय में स्नातक होना आवश्यक है। इसके साथ सामान्य ज्ञान अत्यन्त उच्च कोटि का होना चाहिए। विद्यार्थी 12 वीं तक की समस्त विषयों की पुस्तकों का अध्ययन करें।

30 जनवरी तक चलेगा

प्रभारी संयुक्त संचालक श्री संजय गोयल ने प्रेरणा संवाद के विषय में बताया कि शासन द्वारा विद्यार्थियों को प्रेरित करने के लिए यह कार्यक्रम 30 जनवरी तक चलाया जाएगा। इसमें समाज के प्रबुद्धजनों के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रेरणा प्राप्त हो रही है, जिससे वे अपना सर्वांगीण विकास करेंगे।

इस बार 300 बच्चे लेंगे लैपटॉप

      उत्कृष्ट विद्यालय में प्राचार्य श्री भरत व्यास ने बताया कि 12 वीं में विद्यालय में 408 विद्यार्थी हैं। गत वर्ष विद्यालय के 96 विद्यार्थियों ने उच्च अंक लाकर पैलटॉप प्राप्त किया। इस बार 300 विद्यार्थी लैपटॉप प्राप्त करेंगे ऐसी संभावना है। विद्यालय के 12 विद्यार्थी अन्तर्राष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में भाग लेने के लिए विदेश जा रहे हैं।

      कार्यक्रम के प्रारंभ में माँ सरस्वती का पूजन किया गया। अतिथियों का स्वागत कलम एवं पुस्तिका भेंट कर किया गया।   

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