निजी स्कूलों ने जताया विरोध, बंद रहे विद्यालय
जांच के नाम पर आरटीओ की मनमानी, विद्यालय संचालक-बच्चे व अभिभावक परेशान
उज्जैन। जांच के नाम पर आरटीओ विभाग के कर्मचारियों की बढ़ती अवैध वसूली तथा परेशान करने वाली कार्यशैली के विरोध में जिले के २२ सीबीएसई पाठ्यक्रम वाले विद्यालयों के साथ-साथ आशासकीय शाला संगठन द्वारा विद्यालय बंद करने के कारण सरकारी स्कूलों को छोड़ लगभग सभी निजी विद्यालय सुनसान रहे।
एक दिवसीय विरोध के चलते निजी स्कूल संचालकों ने अपने-अपने विद्यालय बंद रख आरटीओ की उस कार्य प्रणाली का विरोध जताया जिसमें जांच के नाम पर मनमाने नियम थोपने और बार-बार बसें आरटीओ लाने, आरटीओ कर्मचारियों द्वारा बसों को बलपूर्वक रोकने और विद्यार्थियों को स्कूल पहुंचने में हो रहे विलंब, अभिभावकों की बढ़ती चिंता के प्रति ध्यान आकर्षित कराया। मद्देनजर स्कूल बंद रखे। अशासकीय शाला संगठन द्वारा स्कूल बंद को समर्थन दिए जाने के बाद जिले में लगभग सभी निजी एवं अशासकीय स्कूलों में सुनसानी रही। अशासकीय शाला संगठन के जिला प्रभारी महेन्द्र पाटीदार एवं शहर अध्यक्ष मनीष भारद्वाज ने अवैधानिक तरीके से आरटीओ द्वारा बनाए जा रहे स्कूल बसों के चालान का विरोध करते हुए कहा कि ऐसे में तो बसों का परिसंचालन करना ही मुश्किल हो जाएगा।