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सिद्ध बनना है सहनशक्ति रखो- आचार्य हर्ष सागर


गच्छाधिपति त्रिआचार्य का मंगल प्रवेश खारा कुआं पेढ़ी मंदिर पर, हुई धर्म सभा
उज्जैन। सिद्ध वही बनता है जिसमें सहन करने की क्षमता हो। वीर तीर्थंकर प्रभु ने भी बहुत कुछ सहा है कभी प्रतिकार नहीं किया। यही कारण है कि वह सिद्ध होकर मोक्ष को प्राप्त हुए। जीवन में विनय व समर्पण का भाव बहुत जरूरी है यदि यह 2 सूत्र अपना लिए तो जीवन सार्थक है। देश में राम जी से ज्यादा हनुमान जी के मंदिर है कभी सोचा ऐसा क्यों यह इसलिए है कि हनुमान जी का अपने आराध्य के प्रति अटूट विनय व समर्पण था।
यह उद्गार आचार्य हर्ष सागर सूरी जी महाराज ने खाराकुआं स्थित पेढ़ी मंदिर पर व्यक्त किए। इससे पूर्व रविवार सुबह 9.30 बजे दौलतगंज स्थित कांच के जैन मंदिर से सागर समुदाय के गच्छाधिपति आचार्य देवेश दौलत सागर सूरी जी, आचार्य नंदिवर्धन सागर सूरी जी, आचार्य हर्ष सागर सूरी जी मुनि व साध्वी मंडल का मंगल प्रवेश जुलूस निकला। जिसमें बैंड बाजे, धर्म ध्वजा, सजे-धजे परिधान में महिला मंडल व सैकड़ों समाज जन शामिल रहे। त्रिआचार्य की अगवानी में महिलाओं ने अक्षत की गहुली की। सखीपुरा, इंदौर गेट, फवारा चौक, एटलस बोहरा बाखल होते हुए जुलूस खराकुआं स्थित श्री ऋषभदेव छगनिराम पेढ़ी मंदिर पहुंचकर समाप्त हुआ। इस दौरान महेंद्र सिरोलिया, जयंतीलाल तेलवाला, मनोहरलाल जैन, संजय जैन खलीवाला, सुरेश मिर्चीवाला, कांतिलाल संघवी, रमेश बोहरा, तेजकुमार सिरोलिया, विमल पगारिया, राजेश पटनी, लालचंद रांका, दिलीप ओरा, सुशील जैन, संजय जैन ज्वेलर्स, प्रकाश नाहर, प्रकाश पावेचा, दिलीप सिरोलिया सहित समाजजन मौजूद रहे। संचालन राहुल कटारिया ने किया। राजेंद्र व संजय तरवेचा और नवरत्न महिला मंडल ने गुरु भक्ति गीत प्रस्तुति किया।
इंदौर के लिए विहार, शाम को पहुंचे तपोभूमि
दोपहर 4 बजे आचार्य दौलत सागर, नंदिवर्धन सागर ने इंदौर के लिए विहार कर दिया। इंदौर रोड स्थित तपोभूमि पर रात्रि विश्राम होगा। केवल हर्ष सागर जी पेढ़ी मंदिर पर रुके। वे सोमवार को भैरवगढ़ जैन मंदिर पर आयोजित ध्वजा कार्यक्रम में शामिल होंगे और फिर इंदौर के लिए विहार करेंगे।
विनती स्वीकारी, ओली आरधना कराने आएंगे
पेढ़ी ट्रस्ट व सकल श्री संघ ने त्रिआचार्य से 21 मार्च से खाराकुआं मंदिर पर होने वाली नवपद ओली जी तप आराधना में पधारने का आग्रह किया। जिस पर स्वीकृति देते हुए उन्होंने यहां का कार्यक्रम निश्चित किया।

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