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रोते-बिलखते बेटियों ने दी मुखाग्नि, कोई जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा


Ujjain @ सिन्धी समाज के 4 लोगो की आज समाज के लोगो द्वारा शव यात्रा निकली गई। एक साथ 4 शवो को देख शहर भी थम गया। उज्जैन के चक्रतीर्थ पर परिवार के लोगो ने चारो को मुखागनी दी। मुखागनी के लिए चक्रतीर्थ पर बेटी भी पहुची। शहर में इतनी बड़ी घटना के बाद भी शहर की पथम नागरिक महापोर, सांसद चिन्तामणि मालवीय, मंत्री पारस जैन के साथ शहर के अधिकारी भी नहीं पहुचने से समाज के लोगो में काफी रोष है।

       उज्जैन से गए सिन्धी समाज के परिवार की रामेश्वरम व कन्याकुमारी के बीच सड़क हादसे में बुधवार सिंधी समुदाय के चार लोगों की मौत के बाद से ही पूरा शहर गमगीन हो गया था। समाजजनों के उस समय आंसू फूट पड़े जब एक साथ चारों की शव यात्रा सिंधी कॉलोनी से ऊठी और शहर के विभिन्न मार्गो से होती हुई चक्रतीर्थ पर पहुची। गोरधन धाम, सिंधी कॉलोनी के एक घर से जहां ६० वर्षीय विद्या पोवानी के साथ देवर ५२ वर्षीय रमेश पोवानी, महाकाल सिंधी कॉलोनी से दो सगे भाई ७२ वर्षीय लालचंद सामतानी व छोटे भाई टीकम सामतानी की अर्थियां की अर्थी चक्रतीर्थ पहुची। जहां चारों का अंतिम संस्कार पंडित के द्वारा विधिविधान से कराया गया। चारो को परिजन के द्वार मुखागनी दी गई। मुखागनी  में परिवार के सदस्यों के साथ सामतानी परिवार की दो बेटियों ने भी अपने परिजन को मुखागनी दी। शहर में इतनी बड़ी घटना के बाद भी शहर की पथम नागरिक महापोर, सांसद चिन्तामणि मालवीय, मंत्री पारस जैन के साथ शहर के अधिकारी भी नहीं पहुचने से समाज के लोगो में काफी रोष है।

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