महाकाल मंदिर में अनियमितता और पौराणिकता से छेड़छाड़ का विरोध, राजा विक्रमादित्य को सौंपा ज्ञापन
भाजपा नेताओं का रवैया नहीं सुधरा तो कांग्रेस निकालेगी जनजागरण यात्रा-हठधर्मिता से धर्म की पौराणिकता को नष्ट करने की जनता को देंगे तथ्यात्मक जानकारी
उज्जैन। महाकाल मंदिर में लगातार हो रही अनिमियताओं के विरोध में तथा पौराणिकता से छेड़छाड़ न करने की मांग को लेकर कांग्रेस नेता विवेक यादव के नेतृत्व में राजा विक्रमादित्य को ज्ञापन भेंट किया गया। इसके बाद भी यदि महाकाल मंदिर में भाजपा नेताओं का तानाशाही रवैया खत्म नहीं हुआ तो इनकी मनमानी को उजागर कर पुरातात्विक ओर पौराणिक महत्व बचाने हेतु कांग्रेस द्वारा जनजागरण यात्रा निकाली जाएगी। जिसमें मंत्री पारस जैन, धर्म का ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा और इनके सभी जनप्रतिनिधि किस प्रकार धर्म के नाम पर दुकानदारी चला रहे हैं। इस बात को जनता के सामने उजागर करेंगे और इनकी हठधर्मिता से धर्म की पौराणिकता को नष्ट करने की तथ्यात्मक जानकारी भी देंगे। ताकि जनता इस धर्म विरोधी, झूठा आडंबर करने वाली भारतीय जनता पार्टी को पहचाने।
विवेक यादव के अनुसार महाकाल मंदिर को भाजपा और आरएसएस हाइजेक कर रहे हैं। सबसे पहले कागजात में हेरा फेरी कर महाकाल की जमीन को हथियाया ओर विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के पास भारत माता मन्दिर का निर्माण कर उसकी आढ़ में संघ का ठिकाना बना लिया। मंदिर में दर्शनार्थियों को दर्शन करने के पैसे चुकाने पढ़ रहे है। व्यवस्था के नाम पर घोर धांधलियां हो रही है। मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा दी जाने वाली दान की राशि का दुरूपयोग हो रहा है। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण शैव महोत्सव था। अब तो प्रशासन पूरी मनमानी पर उतर गया है। महाकाल मंदिर में बने छोटे मंदिरों को बिना धार्मिक विधान का ध्यान रखे हटाया जाना भविष्य की किसी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता राजेश तिवारी ने बताया कि विद्वत परिषद से विद्वत लोग तो हटा दिए गए ओर बिना उज्जैन की धर्म परम्परा जानने वाले लोग निर्णय ले रहे है। मंत्री पारस जैन महाकाल मंदिर को प्रचार का साधन भर मानते है। मुख्यमंत्री भी ढोंग करते हैं। सच तो यह है कि ये सब मिलकर महाकाल के पुरातात्विक गौरव को नष्ट कर रहे हैं। अब ये जनता की आवाज से ही मनमानी करने से रुक सकते है। ज्ञापन देने के दौरान कांग्रेस नेता अरूण वर्मा, सीता सोनी, दर्शन ठाकुर, जितेन्द्र गोयल, धर्मेन्द्र खूबचंदानी, राजेश बाथली, कमल कौशल, प्रीतेश शर्मा, लालसिंह बड़ाल, अंबर माथुर, धर्मेन्द्र मोबिया, कलीम सरकार, महेश सिसौदिया, अशोक वर्मा, शिवराज चंद्रावत, हर्षवर्धन, शुभम बना, मनीष गौसर, नरसिंह परिहार, भूपेन्द्र कार्तिकेय, जितेन्द्र मंडोर, विकास गुरू पांचाल, नयन काले आदि उपस्थित थे।