भंडारण विषय पर एक दिवसीय किसान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
उज्जैन @ भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ नई दिल्ली क्षेत्रीय परियोजना उज्जैन तथा भांडागारण विकास विनियामक प्राधिकरण नई दिल्ली के सहयोग से एक दिवसीय भंडारण विषय पर किसान जागरूकता कार्यक्रम १५ जनवरी २०१८ को कृषि विज्ञान केन्द्र उज्जैन पर आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि योगेन्द्र सिंह सिसोदिया अध्यक्ष जिला सहकारी संघ, उज्जैन कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. आर.पी. शर्मा वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र उज्जैन, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जगदीश बैरागी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी संघ उज्जैन, कार्यक्रम के विषय विशेषज्ञ के.एल. गोमे सहायक प्रबंधक भारतीय खाद्य निगम उज्जैन एल.एन. भीसे प्रबंधक मूवमेंट भारतीय खाद्य निगम उज्जैन एवं सूर्यवंशी वैज्ञानिक कृषि केन्द्र उज्जैन थे।
सर्वप्रथम कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित करके किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि योगेन्द्र सिंह सिसोदिया का स्वागत परियोजना अधिकारी चंद्रशेखर बैरागी ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. आर.पी. शर्मा वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र उज्जैन का स्वागत सहकारी प्रेरक प्रेमसिंह झाला ने किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जगदीश बैरागी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी संघ उज्जैन का स्वागत गजराज सिंह ने किया। विषय विशेषज्ञ के.एल. गोमे सहायक प्रबंधक भारतीय खाद्य निगम उज्जैन का स्वागत रघुराज सिंह ने किया। एल.एन. भीसे प्रबंधक मूवमेंट भारतीय खाद्य निगम उज्जैन का स्वागत धर्मेन्द्र पाटीदार हरसोदन ने किया। श्री सूर्यवंशी कृषि विज्ञान केन्द्र उज्जैन के वैज्ञानिक का स्वागत माधोसिंह चंदेसरी ने किया। स्वागत सत्कार के बाद परियोजना अधिकारी चन्द्रशेखर बैरागी द्वारा परियोजना द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी एवं अतिथि परिचय तथा स्वागत भाषण दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि योगेन्द्र सिंह सिसोदिया अध्यक्ष जिला सहकारी संघ उज्जैन में किसान जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित कृषकों को बताया कि आज हम खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर है, हमारे किसानों की मेहनत का ही फल है कि आज भारत को खाद्यान्न के मामले में किसी अन्य देश की ओर हाथ नहीं फैलाना पड़ता है। इसलिए भारत सरकार तथा भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ इस किसान जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से कृषकों को उचित भंडारण तथा सुरक्षित भंडारण के बारे में यह आयोजन रखा है। परियोजना के अधिकारी बधाई के पात्र हें कि किसानों को ऐसे आयोजनों के माध्यम से जागरूक कर रहे हैं तथा शासन की योजनाओं का लाभ दिलवा रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख तथा वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आर.पी. शर्मा ने उपस्थित किसानों को उचित भंडारण के बारे में विस्तृत जानकारी दी कि परम्परागत भंडारण से होने वाले नुकसान तथा वैज्ञानिक तरीके से भंडारण के फायदे बताए। उन्होंने चूहों द्वारा गोदाम तथा फसलों को नुकसान से बचाने के तरीके भी बताए।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि जिला सहकारी संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जगदीश बैरागी ने उपस्थित अतिथियों एवं किसानों को बताया कि गांव में छोटी-छोटी समितियों का गठन कर वैज्ञानिक तरीके से भंडारण करें, जिससे खाद्यान्न का नुकसान न हो।
कार्यक्रम के विषय विशेषज्ञ के.एल. गोमे सहायक प्रबंधक भारतीय खाद्य निगम ने उपस्थित किसानों को बताया कि वेयर हाउसिंग डेवलपमेंट एक्ट २००७ के माध्यम से उचित तरीके से भंडारण कैसे किया जाए तथा वेयर हाउस में जमा अपनी उपज की रसीद से कैसे बैंकों द्वारा उपज का ७० प्रतिशत तक का अग्रिम लोन मिल जाएगा एवं पंजीकृत गोदामों में अपनी उपज रखेंगे तो किराए की दर भी कम लगेगी एवं ३० प्रतिशत की सबसिडी भी शासन द्वारा दी जाएगी।
कार्यक्रम के विषय विशेषज्ञ एल.एन. भीसे प्रबंधक मूवमेंट भारतीय खाद्य निगम उज्जैन ने भांडागारों का पंजीकरण करने के तरीके बताए। उन्होंने बैंकों द्वारा रसीदों पर किस प्रकार उचित लाभ लिया जा सके, उन्होंने परिचालन के बारे में भी बताया। साथ ही कितनी प्रकार की उपज भंडारण कर सकते हैं यह भी बताया। किसान जागरूकता कार्यक्रम को कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. सूर्यवंशी ने भंडारण में कीट नियंत्रण के तरीके एवं उनके प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र का उपस्थित किसानों ाके भ्रमण करवाया गया, जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ एवं प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. आर.पी. शर्मा द्वारा रबी फसल के प्रदर्शन, प्लांट चना देशी, चना डालर, कुसुम, राई, गेहूं फसलों के बारे में बताया। साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र में सिरोही नस्ल की बकरी एवं गिर नस्ल की गाय दिखाया एवं उसके पालने का तरीका भी समझाया एवं पशुपालन से कृषकों को क्या-क्या लाभ हो सकते हैं उदाहरण सहित प्रत्यक्ष समझाया। जैविक खाद, वर्मी कम्पोस्ट, बॉयो गैस आदि संयंत्र दिखलाए।
कार्यक्रम उपरांत किसानों को भारतीय खाद्य निगम के भंडारगृह का भ्रमण कराया गया, जिसमें खाद्य निगम के सहायक प्रबंधक के.एल. गोमे द्वारा उपस्थित किसानों को गोदाम में प्रत्यक्ष रूप से भंडारण के वैज्ञानिक तरीके, सावधानी एवं विशेषताओं के बारे में विस्तृत रूप से समझाया एवं गोदाम का भ्रमण कराया। कार्यक्रम के अंत में प्रेमसिंह झाला ने आभार माना।