राष्ट्र की अखंडता प्रत्येक युवा का कर्तव्य- अरुण शुक्ला
उज्जैन @ राष्ट्र की अखण्डता प्रत्येक युवा का कर्तव्य है, वर्तमान की यह आवश्यकता है कि राष्ट्र विरोधी शक्तियों का दमन प्रत्येक भारतीय युवा द्वारा किया जाए, भारत के किसी भी कोने में लगने वाले राष्ट्र विरोधी नारों को सहन नहीं किया जा सकता। जाति, पंथ, समाज के नाम पर हिन्दू धर्म और राष्ट्र को तोड़ने वाली शाक्तियों का प्रतिकार एवं दमन वर्तमान समय की मांग है। शिक्षा का उपयोग युवाओं द्वारा राष्ट्र निर्माण के कार्यों में हो, भारत की अखंडता में ही सम्पूर्ण विश्व का कल्याण निहित है।
उपरोक्त विचार श्री अरुण शुक्ला ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की महाविद्यालयीन इकाई द्वारा विक्रम कीर्ति मंदिर में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के उपलक्ष्य में बनाए गए युवा प्रवाह नामक कार्यक्रम में व्यक्त किए। यह जानकारी देते हुए महानगर संघचालक श्रीपाद जोशी ने बताया कि स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों की चयनित प्रतिभाओं का सम्मान किया गया, साथ ही कार्यक्रम में भारतीय मूल की विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं का परिचय प्रोजेक्टर के माध्यम से उपस्थित युवाओं को करवाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. विक्रांत तोमर ने की। अपने उद्बोधन में उन्होंने गीता के 18वें अध्याय के श्लोक को उद्दत करते हुए युवाओं से मन और वचन की एकरूपता जीवन के महान लक्ष्य का निर्धारण, पराक्रम के साथ धैर्य और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने का आव्हान किया।
कार्यक्रम में शहर की विभिन्न प्रतिभाओं द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया गया एवं राष्ट्र निष्ठा से ओत प्रोत प्रश्न मंच के माध्यम से युवाओं को जाग्रत किया गया। भारत माता के समक्ष दीप प्रज्वलन कर प्रारम्भ किए गए। इस कार्यक्रम का समापन वन्दे मातरम के साथ हुआ। उपरोक्त कार्यक्रम में उज्जैन शहर के समस्त महाविद्यालयों से चयनित विद्यार्थियों की उपस्तिथि रही।