नवदम्पत्ति सम्मेलन उज्जैन में सम्पन्न
उज्जैन । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.व्हीके गुप्ता ने बताया कि
परिवार कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत 11 जनवरी को जिला अस्पताल के मातृ एवं शिशु चिकित्सालय
चरक भवन में नवदम्पत्ति सम्मेलन सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.शशि
गुप्ता ने छोटे परिवार के महत्व को समझाया। उन्होंने परिवार के साथ मां के स्वास्थ्य का गहरा
सम्बन्ध बताते हुए कहा कि स्वस्थ शिशु एवं स्वस्थ मां के लिये छोटा परिवार होना आवश्यक है।
समस्त शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में नि:शुल्क परिवार नियोजन के लिये अस्थाई गर्भनिरोधक साधन
एवं अस्थाई परिवार नियोजन के साथ उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इसके लिये हितग्राहियों को क्षतिपूर्ति
राशि भी प्रदान की जाती है।
नवदम्पत्ति सम्मेलन में बताया गया कि प्रायवेट अस्पतालों में गर्भनिरोधक इंजेक्शन महंगा
पड़ता है, वहीं शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में यह अन्तरा के नाम से नि:शुल्क उपलब्ध है। गर्भ
निरोधक इंजेक्शन लगवा लेने से तीन माह तक गर्भधारण को रोका जा सकता है। महिला जब तक
चाहे अस्थाई गर्भनिरोधक साधन के रूप में इसका उपयोग कर सकती है। अन्तरा सरल, सहज,
सुरक्षित गर्भनिरोधक साधन है। अस्थाई गर्भनिरोधक साधन, जिनको महिलाएं प्रसव के तुरन्त बाद या
कुछ माह बाद भी लगवा सकती हैं। यह विश्वसनीय अस्थाई गर्भनिरोधक साधन है। इसको लगवाने
पर हितग्राहियों को 300 रूपये और प्रेरक को 150 रूपये की राशि उपलब्ध करवाई जाती है। इसी
प्रकार जो दम्पत्ति अपना परिवार पूरा कर चुके हैं और स्थाई परिवार नियोजन के साधन के रूप में
पुरूष नसबन्दी सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। पुरूष नसबन्दी ऑपरेशन मात्र 10 मिनिट में हो जाता
है। ऑपरेशन करवाने वाले पुरूष हितग्राही को दो हजार रूपये और प्रेरक को 300 रूपये की राशि
प्रदान की जाती है। महिला नसबन्दी ऑपरेशन प्रसव के एक सप्ताह के भीतर करवाने पर महिला
हितग्राही को 2200 रूपये और प्रेरक को 300 रूपये की राशि प्रदान की जाती है।