अब स्कूलों के बच्चों की गणवेश स्वयं सहायता समूहों से तैयार करावाएगी सरकार
नेतृत्व विकास विषय पर आयोजित कार्यशाला में पर्यावरण सुधार के लिए कागज की थैली निर्माण की सलाह
उज्जैन। आगामी शैक्षणिक सत्र में मध्यप्रदेश शासन की मंशानुरूप स्वयं सहायता समूह को प्रोत्साहित करने के लिए स्कूल गणवेश निर्माण कराये जाने की योजना है जो कि पूर्व में निजी क्षेत्र द्वारा निर्माण किया जाता था।
यह बात भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ सहकारी शिक्षा क्षेत्रीय परियोजना उज्जैन द्वारा दो दिवसीय आरक्षित वर्ग के स्वयं सहायता समूह (20 समूह) के सदस्यों का नेतृत्व विकास विषय पर आयोजित कार्यशाला में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संदीप जी.आर. ने मुख्य अतिथि के रूप में कही। आपने प्रशिक्षणार्थियों को सुदृढ़ नेतृत्व तथा सफल नेतृत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पर्यावरण सुधार हेतु स्वयं सहायता समूह द्वारा पेपर बेग (कागज की थैली) निर्माण करने की सलाह दी। आपने कहा कि महिलाओं को सामाजिक कुरीतियों को छोड़कर वर्तमान में पुरूषों के बराबर कंधे से कंधा मिलाकर आर्थिक एवं सामाजिक क्षेत्र में उन्नति करने हेतु दृढ़ संकल्पित होकर कार्य करना होगा। अध्यक्षता इंदौर-उज्जैन नाबार्ड अधिकारी दीपक घोरपड़े ने की। विशिष्ट अतिथि जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अशोक जैन तथा विशेष अतिथि महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी सी.एल. पासी एवं दुग्ध संघ संभागीय अधिकारी मो. जहीर थे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने गांधीजी के चित्र पर सूत माला एवं पुष्प अर्पित कर किया। अतिथियों का स्वागत प्रभारी परियोजना अधिकारी चंद्रशेखर बैरागी, सहकारी शिक्षा प्रेरक प्रेमसिंह झाला, जगदीशनारायण सिंह, कृपा वेलफेयर के गोपाल गुप्ता ने पुष्प गुच्छ भेंटकर किया। चंद्रशेखर बैरागी ने स्वागत भाषण देते हुए संस्था का परिचय एवं परियोजना के कार्यों एवं उद्देश्यों की जानकारी दी। संचालन कार्यक्रम संयोजक प्रेमसिंह झाला ने किया एवं आभार सहकारी शिक्षा प्रेरक जगदीश नारायणसिंह ने माना।
महिलाएं कदम से कदम मिलाकर चलें
अध्यक्षता कर रहे दीपक घोरपड़े ने प्रशिक्षणार्थियों को समूह चर्चा के माध्यम से शासन द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री बीमा योजना, रूपी कार्ड, ई-शक्ति, डिजिटल लाईजेशन, केशलेस आदि योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही केन्द्र सरकार के माध्यम से विभाग द्वारा अनुदान वाली योजनाएं जिनमें प्रमुख रूप से पशुपालन, मुर्गीपालन, बकरी पालन आदि योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने महिलाओं को वर्तमान समय में कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उपरोक्त चर्चा में बताया कि इन सभी बातों से ही नेतृत्व का विकास होता है।
महिलाओं को बताई कीचन गार्डन की विधि
अशोक कुमार जैन ने उनके विभाग द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया जिसमें मुख्य रूप से वृध्दा पेंशन, विधवा पेंशन, मुख्यमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री कन्या योजना आदि विषयों पर जानकारी दी। सी.एल. पासी ने सनातन काल से चले आ रहे संस्कारों के बारे में वर्तमान समय में उनका महत्व सरल एवं देशज भाषा में समझाया। इसी के साथ उन्होंने लोकोक्ति एवं मुहावरों के माध्यम से महिलाओं को महिला शिक्षा एवं उनके लिये बनाई गई योजनाओं के विषय में बताते हुए टोल फ्री नंबर 1091 एवं 1098 जो कि महिला एवं बाल अपराध हेल्पलाईन से जुड़े हैं की महत्ता एवं उपयोगिता के बारे में बताया। साथ ही महिलाओं को अपने ही घर पर घर की उपयोगिता अनुसार सब्जी उत्पादन कीचन गार्डन की विधि समझाई। मो. जहीर आगा ने दुग्ध संघ द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी तथा वर्तमान स्थिति में दुग्ध संघ की स्थिति पर प्रकाश डाला।