कृपा के प्रति कृतज्ञता का भाव रखें, भगवान को दुख नहीं सुख बताएं
रामकथा के छठे दिवस बोले सुलभ शांतुगुरू-राम कथा के दौरान केवट प्रसंग के बीच भजनों पर श्रध्दालु झूमे
उज्जैन। जब जीवन में पुण्य का गुलदस्ता बनता है तो संत की प्राप्ति होती है और जब संत की प्राप्ति हो जाए तो भगवान प्राप्ति सहज ही हो जाती है। कान का स्वभाव समुद्र के समान हो, आंखों का जातक के समान जीवा का हंस के समान, चरणों से तीर्थ में चलकर जाए, भगवत कार्य स्वयं करें, सहयोगी को ना रखें, भगत भगवान को अपना दुख नहीं सुख सुनाएं यही भक्ति धन्य है।
यह बात सामाजिक न्याय परिसर में आयोजित श्रीराम कथा में पं. सुलभ शांतुगुरू ने केवट प्रसंग का वर्णन करते हुए कही। आपने कहा केवट ऐसे भक्त थे जिन्हें भगवान से भी कुछ नहीं चाहिए था तभी जब स्वयं भगवान ने उनसे उनके कार्य की सेवा के प्रतिफल में सीता जी की चिंतामणि अंगूठी दी तब केवट ने मना कर दिया। यही भक्ति धन्य है हम भी जीवन में ऐसी ही भक्ति को धारण करें। जब तक लेने का स्वभाव रखेंगे दुखी रहेंगे देने का स्वभाव जीवन में सुख लाता है। कृपा के प्रति कृतज्ञता का भाव रहना जरुरी है कृपा के गुणगान करने से कृपा में वृद्धि होती है। कृपा चाहे किसी की भी हो भगवान की हो, स्वामी की हो, गुरु की हो या माता पिता की हो। मंगलवार को श्री रामायण जी की आरती में आरएसएस के विभाग प्रचारक विनय दीक्षित, महानगर कार्यवाह समीर चौधरी, बाणेश्वरी ग्रुप इंदौर के गोलू शुक्ला, इंदौर के दीपू यादव, यूडीए अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल, पूर्व नगर भाजपा अध्यक्ष अनिल जैन कालूखेड़ा, भाजपा महामंत्री सुरेश गिरी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष अनंतनारायण मीणा, विवेक यादव, पत्रकार संदीप मेहता, राजेश कुलमी, महेंद्रसिंह बैस, रमेश दास, गोविंद सोलंकी, सुनील मगरिया, किशोर दगदी, नीलेश तगारे, कैलाश माहेश्वरी, नारायण उपाध्याय, वासुदेव पुरोहित, पं. श्यामनारायण व्यास, पूर्व पार्षद अर्जुन यादव, पं. राजेश त्रिवेदी, पं. श्रवण शर्मा, पार्षद माया त्रिवेदी, अश्विन व्यास, अनुराग शर्मा, रवि बंसल, पराग मोदी, नीलेश जैन, विष्णु अग्रवाल, ओम मेघवंशी, राम पंवार, नवीन यादव, एसपी स्टेनो रवि चौबे, पं. संजय दिवटे, जयंत राव गरुड़ शामिल हुए। बाबा बाल हनुमान भक्त मंडल के बंटी भदौरिया, प. अंजनेश शर्मा एवं खाटू श्याम पारमार्थिक ट्रस्ट के अजेश अग्रवाल, आशीष गोयल के अनुसार कथा के सप्तम दिवस बुधवार को भरत चरित्र का वर्णन होगा। दोप 2.30 बजे हनुमान चालीसा के साथ कथा आरंभ होगी। कथा में प्रमुख रूप से समिति के सीताराम अग्रवाल, प्रह्लाद दाढ़, प्रवीण ठाकुर, हस्तीमल नाहर, अंजनेश शर्मा, चंद्रशेखर वशिष्ठ, मनोहर दुबे, रामावतार शर्मा, आशीष गोयल, गोविन्द अग्रवाल, नन्दकिशोर माहेश्वरी, दामू सेठ, अंकित चोपड़ा, धनजय शर्मा, अरुण वर्मा, अजीत मंगलम, अभिषेक जैन, मनीष कटारिया आदि उपस्थित थे।