पूर्व पार्षद ने बदल दिया था मंदिर का नाम, विधायक से वापस हनुमान के नाम पर करवाने की मांग
उज्जैन @ वार्ड क्रमांक 46 स्थित श्रीराम चैतन्य हनुमान मंदिर उद्यान का जीर्णोध्दार करने और सुरक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर रहवासियों तथा चैतन्य हनुमान समिति द्वारा एक ज्ञापन क्षेत्रीय विधायक डॉ. मोहन यादव को सौंपा। रहवासियों ने पूर्व पार्षद पर आरोप लगाया कि उद्यान का नाम हनुमानजी के नाम से होना था लेकिन पक्षपातपूर्ण तरीके से उद्यान का नाम स्व. गिरिजाशंकर व्यास के नाम करवा दिया। वहीं शास्त्रीनगर गली नंबर 5 स्थित प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय में हो रही अनियमितता की जांच करने की मांग भी की।
अर्जुन राठौर के अनुसार 17 अप्रैल को मंदिर निर्माण होने के बाद श्री चैतन्य बाल हनुमान मंदिर उद्यान रखा गया था लेकिन पूर्व पार्षद ने पक्षपातपूर्ण तरीके से इस उद्यान के नाम में परिवर्तन करते हुए स्व. पं. गिरिजाशंकर व्यास उद्यान रख दिया था। यहां चढ़ाव को हटाकर स्लेब निर्माण कराया जाएग, पास ही पार्षद द्वारा एक अन्य अवैध उद्यान का निर्माण किया जा रहा है जिसे शीघ्र रूकवाया जाए। मंदिर निर्माण के बाद से अब तक यहां कोई जीर्णोध्दार कार्य नहीं हुआ है। मंदिर की छत पर प्लास्टर नहीं हैं, यहां टाईल्स लगाने का काम भी अधूरा है। बारिश में पानी टपकता है तथा करंट लगने का खतरा बना रहता है। व्यायामशाला निर्माण 17 अगस्त 2003 के बाद से आज तक यहां रंगाई पुताई तक नहीं हुई। मशीनों की हालत दयनीय है कोच व अत्याधुनिक मशीनों का अभाव है। यहां होने द्वार निर्माण, भट्टी व शेड निर्माण किया जाना है। पेड़ों के पास चबूतरे बनवाए जाएं, विद्यालय प्रांगण को उद्यान प्रांगण के साथ नहीं जोड़ा जाए जिससे उद्यान में गंदगी और नुकसान न हो। उद्यान में दोपहर 12 से 5 बजे तक ताला लगवाया जाएं ताकि यहां दिन में लगने वाला प्रेमी युगलों का जमावड़ा खत्म हो। देखरेख के लिए माली उपलब्ध करवाया जाए। रात्रि में उद्यान में अंधेरा रहता है जिससे असामाजिक गतिविधियां पनप रही हैं। वहीं उद्यान के पास चल रहे प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय को उद्यान के समीप से हटाने की मांग की गई। रहवासियों ने कहा कि यहां दो कमरों के स्कूल में सवा सौ बच्चे पढ़ रहे हैं जिससे उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है वहीं उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया जाता है। इस अवसर पर कांग्रेस नेता अजीतसिंह ठाकुर, शैलेन्द्रसिंह चौहान, राजेश चौहान, दीपक पंवार, अभिजीतसिंह डोडिया, गोपाल चौहान, नीरज कुमाउ, गणपतलाल प्रजापती, मनोहर चौहान, अजय चंदेल, रजत जाट, यश राठौर, यश मराठा, शुभम नामदेव, बंटी लश्करी, जगीरा बॉस, रवि सांडिल्य, शेखर परिहार, विशु यादव, सोनू गोस्वामी, गिरीश लोधे, राहुल नीलेश सिकरवार, मोहित सिसौदिया, मनीष यादव, कैलाश कुशवाह आदि उपस्थित थे।