उज्जैन महाकाल मंदिर मे शैव महोत्सव
उज्जैन के महाकाल मंदिर में शैव महोत्सव के अंतर्गत देशभर से आए कलाकार बारह ज्योर्तिलिंग की कथानक पर शिवजी की सुंदर कलाकृती को कैनवास पर उकेर रहे हैं। कोई शिवजी की बारात को त्रित्रकारी के रूप में प्रस्तुत कर रहा है तो कोई रावण की भक्ति को रंगो के माध्यम से प्रस्तुत कर रहा है। चित्रकारी के रूप में ये कलाकार अपनी कल्पना के शिव को साकार कर रहे है। इनके चित्रों में कला के विविध आयाम दिखाई दे रहे है। बारह ज्योर्तिलिगो को केंद्रीत यह चित्रकारी बहुत ही सुंदर व सार्थक है। इन्हें बनाने के लिए उज्जैन शहर सहित देश विदेश से कलाकार आए है।
बारह ज्योर्तिलिंगों की पूजन पद्धती पर मंथन करने के लिए उज्जैन में बाबा महाकाल के आंगन में शैव महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसको लेकर महाकाल मंदिर में विशेष तैयारियों की जा रही है। इसी के अंतर्गत महाकाल मंदिर परिसर में कोटीतीर्थ कुंड के किनारे बारह ज्योर्तिलिंगों की विभिन्न कथाओं पर आधारित भगवान शिव की आकर्षक व मनमोहक चित्रकारी की जा रही है। ये चित्रकारी आधुनिक रंगो से की जा रही है। इन्हें बनाने वाले कलाकारों का कहना हैं कि इन चित्रों को वर्षो तक संभाल कर रखा जा सकता हैं इनको बनाने में एक्रेलिक रंगो का उपयोग किया गया है जो खराब नहीं होते है। इसके लिए शहर सहित देश विदश से कलाकार उज्जैन आए है। ये कलाकार अपने रंगो से शिवजी की आकर्षक कलाकृति बना रहे है। इनमें किसी ने शिव जी की बारात का चित्रण किया हैं तो किसी ने रावण की भक्ति को कैनवास पर उकेरा है। किसी ने घुष्मेश्वर भगवान की करूणा का चित्रण किया हैं तो किसी ने शिवजी के विकराल त्रिनेत्र रूप का चित्रण किया है। किसी ने राक्षसो से भगवान द्वारा साधुओं की रक्षा करते हुए चित्रकारी की है तो किसी ने भगवान के श्रृंगार को रंगो से संवारा हैं । कलाकारों द्वारा की जा रही ये चित्रकारी सुंदर होने के साथ ही किसी न किसी कथानक से जुड़ी होने के कारण भावनात्मक रूप से भी दर्शकों को अपनी और आकर्षक करेगी।
विश्व स्तर पर बारह ज्योर्तिलिंगो के महात्म्य को प्रसारित करने, धर्म संस्कृति एवं दर्शन पर मंथन कर समासामयिक संदर्भ में प्रतिपादित करने एवं शैव और वैष्णव देवस्थानों के गौरव की पुर्नस्थापना करने के उदेश्य से शैव महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उज्जैन में पांच से सात जनवरी तक आयोजित होने वाले शैव महोत्सव में बारह ज्योर्तिलिंग के पीठाधीश्वर, शंकराचार्य , मुख्यमंत्री व कई अन्य मंत्री व पदाधीकारी शामिल होंगे। महोत्सव के लेकर मंदिर प्रशासन सहित जिला प्रशासन द्वारा भी तैयारी की जा रही है।