एचआईवी पीड़ितों को जोड़ा जायेगा शासकीय योजनाओं की मुख्य धारा से
उज्जैन । एचआईवी से ग्रस्त व्यक्ति को शासन की हितग्राहीमूलक योजनाओं की मुख्य धारा से जोड़ा जायेगा। यह निर्णय मातृ एवं शिशु चिकित्सालय चरक भवन में मंगलवार को एड्स नियंत्रण समिति की समन्वय बैठक में लिया गया। बैठक में नोडल अधिकारी जिला एड्स नियंत्रण समिति डॉ.सुनीता परमार, संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय विभाग श्री सीएल पंथारी, सहायक संचालक उद्योग विभाग श्री आदित्य तिवारी, श्रम निरीक्षक श्रम विभाग श्री पीसी अहिरवार, एडीए कृषि विभाग श्री जीआर मोवेल सहित स्वयंसेवी संस्था एचआईवी के अध्यक्ष श्री मनीष शर्मा, श्रीमती नाज़नीन मिर्जा एवं श्रीमती साधना जाधव मौजूद थे।
गौरतलब है कि उज्जैन जिले में लगभग 900 एचआईवी से पीड़ित पंजीकृत रोगी हैं। इन्हें शासन की योजनाओं का लाभ किस प्रकार प्रदान किया जाये और इन्हें व इनके परिवार को शासन की योजनाओं की मुख्य धाराओं से जोड़कर किस प्रकार लाभ प्रदाय किया जाये, इस विषय में विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में एचआईवी क्या है और यह रोग कैसे फैलता है, इस बारे में विस्तार से जानकारी दी गई और इसकी रोकथाम के बारे में भी बताया गया। एचआईवी के बारे में स्थानीय क्षेत्र के लोगों को जागरूक करना आवश्यक है। सभी गर्भवती महिलाओं, टीबी के मरीजों एवं अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को एचआईवी की जांच अवश्य कराना चाहिये। ज्ञात हो कि एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों को छूने से या उनके साथ रहने, खाना खाने से नहीं फैलता है, इसीलिये एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिये। संक्रमित व्यक्ति से भेदभाव नहीं करना चाहिये। युवाओं को रक्तदान के लिये प्रेरित करना चाहिये।