शैव कला संगम कार्यक्रम में विवाद ,अवधेश पूरी को देख कर नाराज हुए महंत रामेश्वर दास जी . बिच कार्यक्रम छोड़कर चले गए वन्ही आज फिर पोस्टर में बड़ी गलती.. महाकाल का नाम ही गलत लिख दिया
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के शैव महोत्सव के लिए सोमवार को पुलिस चौकी के सामने धर्म ध्वजा पूजन का कार्यक्रम रखा गया था । लेकिन उससे पहले ही विवाद की इस्थिति बन गयी . पहले तो कार्यकम में बुलाये गए महंत रामेश्वर दास पूजन में बैठे संत अवधेश पूरी महाराज को देख कर नाराज हो गए और वो कार्यक्रम में शामिल हुए बिना ही वापस लौट गए वन्ही एक बार फिर होर्डिंग में महाकाल का नाम भी गलत लिख दिया जिसको लेकर विभाष उपाध्याय ने कहा की छोटी मोटी गलती होती रहती है . ये पहला मोका नहीं था जब प्रिंट में गलती हुई हो . मध्य प्रदेश सांस्कृतिक विभाग और महाकाल मंदिर समिति के होने वाले शैव महोत्सव अनोखे कार्यक्रम की शुरुवात के तौर पर शैव कला संगम में आज ध्वजा रोहण हुआ . शैव कला संगम के नाम से आज शुरू हुए कार्यकर्म से पहले महाकाल मंदिर के बाहर पुलिस चोकी के नजदीक ध्वजा का पूजन किया गया लेकिन इस कार्यक्रम में बुलाये गए महंत रामेश्वर दास जी अवेधश पूरी महाराज को देख कर नाराज होगए , दरअसल कुछ दिन पहले ही एक खबर से नाराज होकर महा पंचायती निर्वाणी अखाड़े के महंत ने अवधेश पूरी महाराज को अखाड़े से निकाल दिया गया था आज पूजन में बैठे अवधेशपूरी महाराज को देख कर रामेश्वर दास नाराज हो गए और कार्यकम में बैठने से पहले ही कार्यक्रम छोड़कर चले गए . इसके अलावा एक और गलती फिर से सामने आई कार्यक्रम के लिए लगाए गए बड़े पोस्टर पर महाकाल का नाम तक गलत (मह्काल) लिख दिया गया . आपको बता दे की इस पहले शैव महोत्सव के कार्ड और फोल्डर में हिंदी की बड़ी गलतिया दिखी थी तो एक श्लोक ही गलत लिखवा दिया जिसके बाद अधिकारियो ने गलती मानकर सुधारने के बात कही थी लेकिन जब ध्वजा रोहन के कार्यक्रम की शुरुवात हुई तो एक बड़ा पोस्टर लगाया गया जिसमे महाकाल का नाम ही गलत लिख दिया गया इस से पहले ज्योतिर्लिंग जेसा शब्द भी गलत भी लिख दिया था , हालाकि इस मामले में सहिव महोत्सव के कार्यक्रम के संयोजक विभाष उपाध्याय ने गलती मानते हुए सुधारने की बात कही है