शहीदी पर्व पर सुनाई गुरूवाणी कीर्ति व संगत
उज्जैन। गुरू गोविंदसिंह के चारों साहिबजादों का शहीदी पर्व माता गुजरी
गुरूद्वारा गीता कॉलोनी में मनाया गया। दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन
अवसर पर रविवार को दोपहर 3 बजे रागी जत्था भाई सतपालसिंह का जत्था ने
रसबीना गुरूवाणी कीर्ति व संगत को श्रवण करा कर निहाल किया। कार्यक्रम
में गुुरूवाणी के कंठ प्रतियोगिता रखी गई जिसमें 75 छोटे बच्चों ने
कंठस्थ गुरूवाणी में भाग लिया।
गुरूद्वारा सेवक दीपक राजवानी के अनुसार गुरू गोविंदसिंह के चारों साहिब
जादों हिंदू धर्म की रक्षा के लिए इस्लाम कबूल नहीं किया जिस पर मुगल
साम्राज्य के आदेश पर चारों को जिंदा दीवार में फतेहगढ़ साहेब पंजाब में
चुनवा दिया गया। चारों साहिबजादों की याद में यह शहीदी पर्व मनाया जाता
है। इस अवसर पर प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को गुरूमतसिंह
खनूजा, चरणप्रीत सचदेव, मनजीत कौर, वृंदावन, मसलीन कौर, जसमीर सिंह
जुनेजा ने सांत्वना पुरस्कार दिये। पार्षद कलावती यादव को सरोपा भेंटकर
सम्मानित किया गया। तरणजीत कौर व नीटू ढंग का मनिंदर कौर जुनेजा, विक्की
चावला का सरोपा भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम में अध्यक्ष
पुरषोत्तम चावला, सचिव अन्नू अरोरा, चरणजीतसिंह कालरा, गुरदीपसिंह
जुनेजा, महेन्द्रसिंह विंग, चरणजीतसिंह, बंटी मोगा, अवतारसिंह राजू,
बी.एस. मक्कड़ सहित कई पदाधिकारी व सेवक मौजूद थे। कार्यक्रम उपरांत 2
हजार लोगों ने गुरू का अटूट लंगर प्रसाद ग्रहण किया।