श्री महाकालेश्वर की भस्मारती दर्शन पश्चात अकाल मृत्यु नहीं होती
उज्जैन। भगवान शंकर को भस्म प्रिय है, भस्म ही है जो केवल उज्जैन में महाकालेश्वर भगवान को चढ़ाई जाती हैं। भस्मारती दर्शन के पश्चात कभी दर्शन करने वाले प्राणी की अकाल मृत्यु नहीं होती।
यह बात शक्तिपीठ गढ़कालिका माता मंदिर पर आयोजित नौदिवसीय संगीतमय रामकथा के चतुर्थ दिवस भगवान शिव विवाह उत्सव प्रसंग कथा में कथा व्यास बाल विदुषी प्रभु प्रिया (रामायणी) ने कही। संयोजक हरिसिंह यादव, रवि राय, अजीत मंगलम एवं गोपाल बागरवाल के अनुसार गढ़कालिका मंदिर के समीप संगीतमय श्रीराम कथा का आयोजन 21 सितंबर से 29 सितंबर तक होगा। प्रतिदिन 1 से शाम 5 बजे तक कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा में प्रतिदिन उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने की अपील रमेशचंद्र चैहान, अमृतलाल यादव, कैलाश पंवार, एम.एल. रणधवल, जितेन्द्र बजरंग दुध डेरी, राम महाराज ने आमजनों से की है।