शक्ति का सदुपयोग करें !
इंदौर। यदि हम अपनी शक्ति का सदुपयोग नहीं करते हैं तो कालांतर में प्रकृति हमें उस शक्ति से वंचित कर देती है। आंख मिली है ज्ञानार्जन के लिए, जीव सुरक्षा के लिए लेकिन यदि आंख का उपयोग विकार वृद्धि के लिए किया गया तो वह दुरुपयोग है। हाथ मिले हैं सेवा के लिए, गिरते हुए को उठाने के लिए लेकिन इनका उपयोग मारपीट में किया तो वह दुरुपयोग होगा।
यह बात साध्वी मणिप्रभा ने गुरुवार को महावीरबाग एरोड्रम रोड पर कही। वे जैन श्वेतांबर खरतरगच्छ श्रीसंघ द्वारा आयोजित धर्म आराधना कार्यक्रम के तहतप्रवचनमाल में संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि मस्तिक का उपयोग सकारात्मक विचारों के लिए होना चाहिए। सामूहिक प्रार्थना साध्वी हेमप्रज्ञाश्री ने करवाई। प्रचार प्रसार सचिव संजय छाजेड ने बताया कि प्रतिदिन सुबह प्रार्थना, स्वाध्याय, प्रवचन, प्रतिक्रमण का क्रम जारी है।