आरबीआई ने बंद की 2000 के नोटों की छपाई, आएंगे 200 के नोट
पिछले साल नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए पुराने 500 और 1000 रुपए के नोट को बंद कर दिया था। इसके बाद 2,000 रुपए का नया नोट बाजार में लाया गया था। मगर, इससे रोज-मर्रा के लेन-देन में लोगों को कोई सहूलियत नहीं मिली।
इस मुद्दे को हल करने के लिए सरकार ने 200 रुपए के नोट की छपाई शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि साल 2017 के अंत तक इस नोट को जारी किया जा सकता है। एसबीआई की मुख्य अर्थशास्त्री सौम्या कांति घोष ने कहा कि 200 रुपए के नोट्स के आने के बाद रोजमर्रा के लेन-देन में आसानी हो जाएगी।
क्यों लाना पड़ रहा है 200 का नोट
नोटबंदी के बाद बैंकों में रखी गई नकदी काफी बढ़ गई है। 2,000 रुपए के बाद सीधे 500 का नोट है और इसके कारण काफी अंतर है। एक एटीएम मशीन में आमतौर पर 10,000 नोट्स ही रखे जा सकते हैं। यदि हम यह मानते हैं कि एटीएम में केवल 100 रुपए के ही नोट्स हैं, तो उन नोटों की आपूर्ति की संख्या और लागत काफी बढ़ जाती है। इसका मतलब है कि औसतन 25,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त मुद्रा ही वर्तमान में केवल एटीएम में ही रह सकती है।
संतुलन बनाने के लिए जरूरी
2,000 रुपए का नोट का उपयोग करने में आमतौर पर लोग हिचकिचाते हैं। ऐसे में 200 रुपए का नोट आ जाने के बाद आम लोगों को आसानी होगी। साथ ही कम मूल्य के नोटों की अधिक मांग और कम आपूर्ति के बीच एक संतुलन भी बन सकेगा।
बैंकों से जारी किए जाएंगे नए नोट
ऐसी रिपोर्टें हैं कि करंसी नोट्स की नकल रोकने के लिए नए नोट्स में एडवांस सिक्योरिटी फीचर्स होंगे। 2000 रुपए के नोट को जब जारी किया गया था, तो एटीएम में अराजकता की स्थिति पैदा हो गई थी। ऐसे में रिजर्व बैंक को यह प्रस्ताव दिया गया है कि इन नोट्स को एटीएम की बजाय सीधे बैंक की शाखाओं से जारी किया जाए।
कब तक आएंगे 200 के नए नोट्स
माना जा रहा है कि साल 2017 के अंत के पहले 200 के नए नोट्स बाजार में पेश किए जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नए नोट्स की छपाई शुरू कर दी है। इसके अलावा एक रुपए के नोट की भी छपाई की जाएगी क्योंकि एक रुपए के सिक्कों को उन देशों में तस्करी कर ले जाया जाता है, जहां इनसे रेजर की ब्लेड बनाई जाती हैं।