केबीसी में 50 लाख की विजेता तहसीलदार ने लगाई पीएम मोदी से मदद की गुहार
तहसीलदार अमिता सिंह तोमर। 14 साल की नौकरी में 25 तबादले। 9 जिले और 25 तहसीलों में पदस्थापना। फिलहाल चर्चा इसलिए कि ब्यावरा से 800 किमी दूर सीधी तबादला होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र औैर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्विट कर न्याय की गुहार लगाई है। अमिता, केबीसी में 50 लाख रुपए भी जीत चुकी हैं।
अमिता सिंह ने कहा कि पहले कभी उन्हें केबीसी वाली मैडम के नाम से पुकारा जाता था, लेकिन अब तबादले वाली मैडम कहकर मजाक उड़ाया जाता है। कहती हैं कि रसूखदारों के अवैध कब्जे हटाने पर बुधवार शाम को मेरा तबादला सीधी कर दिया गया है, जबकि मैंने स्वयं के व्यय पर गृह जिले ग्वालियर में तबादला मांगा था।
हर साल पुरस्कार मिल रहे हैं, क्या अच्छा काम करना गुनाह है...
आपने पीएम को चिट्ठी क्यों लिखी?
-एक साल में फिर तबादला। 9 जिलों की 25 तहसीलों में रही हूं। आखिर कोई वजह तो हो।
आपको तबादले के पीछे क्या वजह लगती है?
-वजह पता होती तो तबादला रुकवा नहीं लेती। सिंहस्थ में दो पुरस्कार मिले। हर साल पुरस्कार मिल रहे हैं। 120 फीसदी राजस्व वसूली की। अच्छा काम करना गुनाह है।
क्या आपको संघ-भाजपा से जुड़े नेताओं के कब्जे हटाने की वजह से हटाया गया है?
-ब्यावरा में गणेश मंदिर की जमीन पर दो मंजिला अवैध मकान बना था। हाईकोर्ट के आदेश के पालन में 15 दिन पहले कब्जा हटाया। एबी रोड पर उपाध्याय परिवार के अवैध निर्माण 5 दिन पहले तोड़े। ये लोग रसूखदार हैं, भाजपा से जुड़े हैं। मुझे तबादले की धमकी दी थी।
फेसबुक पर पोस्ट करने और युवती को चांटा मारने जैसे मामलों में आप विवादित रही हैं?
युवती को चांटा मारने की शिकायत झूठी थी। एफबी पर पोस्ट मजाक में डाली थी। मैं माफी भी मांग चुकी थी, इसके बावजूद मेरा तबादला कर दिया गया।
क्या पीएम-सीएम से न्याय मिलने की उम्मीद है?
मैंने उन्हें ट्विट किया है। मैंने गृह जिले ग्वालियर और शिवपुरी का आवेदन दिया था, लेकिन सीधी भेज दिया गया। जानबूझकर ऐसी जगह भेजा जाता है, जहां से सीधी रेल सुविधा न हो। मुझे न्याय की उम्मीद है।
विवादों से रहा है नाता
श्योपुर जिले में पोस्टिंग के दौरान जमीन के दस्तावेजों में हेराफेरी का आरोप लगा। फेसबुक पर लिखा था... प्रधानमंत्री से अनुरोध है कि वे ‘राजीव गांधी ......योजना’ शुरू करें ताकि सेक्युलर और कांग्रेसी विचार वाले ऐसी खबर सुनकर ....... कर सकें। खुले में शौच मुक्त अभियान के दौरान बाराद्वारी (नरसिंहपुर) निवासी एक 10वीं की छात्रा को चांटा मारने पर विवादों में घिर गईं थीं।
परिवार :पति ग्वालियर में ट्रांसपोर्ट व्यवसायी, बेटी डॉ. अदिति सिंह महिला सशक्तिकरण अधिकारी बागली (देवास)
नौकरी : 2003 में नायाब तहसीलदार बनीं, 2011 में तहसीलदार प्रमोट हुईं।