पोथी शोभा यात्रा के बाद प्रारंभ हुई प्रज्ञा पुराण कथा
उज्जैन। नानाखेड़ा क्षेत्र सी सेक्टर में स्थित 1008 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ कार्यालय में बुधवार से पांच दिवसीय प्रज्ञा पुराण कथा प्रारंभ हुई। जवाहर नगर के विश्वनाथ महादेव मंदिर से दोपहर 1 बजे पोथी शोभायात्रा निकाली गई।
गायत्री परिवार के उपक्षोन समन्वयक महाकालेश्वर श्रीवास्तव ने पोथी पूजन कर यजमानों के सिर पर धारण कराया। कथा वाचक नंदकिशोर ने बताया कि युग व्यास पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित प्रज्ञापुराण उनके समस्त साहित्य सागर का सार कहा जा सकता है। कथा साहित्य की लोकप्रियता को देखते हुए आचार्य ने प्रज्ञा पुराण की रचना की। जिसमें आधुनिक परिस्थितियों तथा आवश्यकताओं के अनुरूप कथाओं के माध्यम से मानव के अचिंत्य चिंतन को बदलने के उद्देश्य से दैनंदिन समस्याओं का समाधान प्रस्तुत किया गया है। यह ग्रंथ रामायण तथा गीता के समान ही प्रेरणा प्रद है। प्रचार प्रसार सेवक देवेन्द्र श्रीवास्तव के अनुसार चार खंडो में प्रकाशित इस पुराण के प्रथम खंड की कथा यहां पांच दिनों में सुनाई जाएगी। जिसमें लोक कल्याण जिज्ञासा, अध्यात्म दर्शन, अजस्र अनुदान उपलब्धि, संयमशीलता-कर्तव्यपरायणता, उदार भक्ति भावना, सत्साहस-संघर्ष तथा युगातरीय चेतना (प्रज्ञावतार)-लीला संदोह प्रकरण की चर्चा कथा प्रसंग में कही जाएगी।
सामूहिक विद्यारंभ संस्कार
नानाखेड़ा क्षेत्र के आनंद पब्लिक स्कूल में 150 नव प्रवेश करने बाले बच्चों का सामूहिक विद्यारंम्भ संस्कार महिला मंडल द्वारा कराया गया। श्रीमती माधुरी सोलंकी ने बच्चों तथा शिझकों को शिक्षा के साथ विद्या को जीवन का अंग बनाने के लिए संकल्पित कराया।