प्रदेश में यूजी में सेमेस्टर सिस्टम खत्म : पीजी में जारी रहेगा , शिक्षा की दोहरी नीति की प्रदेश में नई कवायद
संदीप कुलश्रेष्ठ
आखिरकर वही हुआ, जिसका डर था। मध्यप्रदेश में हाल ही में उच्च शिक्षा विभाग ने यूजी में सेमेस्टर सिस्टम इसी सत्र से समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है। मजेदार बात यह है कि पीजी में सेमेस्टर सिस्टम जारी रहेगा। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में नया प्रयोग करने की शुरुआत की जा रही हैं। इस नए प्रयोग में यूजी मे सेमेस्टर सिस्टम खत्म होगा , किंतु पीजी में जारी रहेगा।
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने गत वर्ष नवंबर माह में यह ऐलान किया था कि प्रदेश में सेमेस्टर सिस्टम समाप्त होगा। उसी समय से शिक्षाविदों में इस संबंध में गहरा मतभेद था। हालांकि उस समय की गई घोषणा में योजना के बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया था, जो अब किया गया है। सेमेस्टर सिस्टम की अपनी खासियत है और अपनी कमियाँ भी हैं। इसी प्रकार वार्षिक परीक्षा सिस्टम के भी अनेक फायदे हैं तो नुकसान भी कम नहीं है।
मध्यप्रदेश में राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में यूजी और पीजी में वर्ष 2008 - 09 से वार्षिक परीक्षा पद्धति समाप्त करते हुए सेमेस्टर सिस्टम एक साथ लागू किया था । उस समय इस नई सिस्टम व्यवस्था की आलोचना भी हुई थी और सराहना भी की गई थी। सेमेस्टर सिस्टम में शिक्षाविद् यह तर्क देते हैं कि इससे शिक्षक वर्ष भर पढ़ाएंगे और छात्र वर्ष भर पढेंगे भी। किंतु जैसा सोचा था, वैसा नहीं हुआ। सेमेस्टर सिस्टम में शिक्षकों ने मन लगाकर रुचि के साथ पढ़ने और पढ़ाने में कोई ध्यान नहीं दिया। यहीं प्रमुख कारण हैं कि सेमेस्टर सिस्टम फेल हुआ। अधिकांश कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के द्वारा सेमेस्टर सिस्टम में रुचि लेने की बजाय उसका शुरू से विरोध किया गया था।
प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर में उच्च शिक्षा की नियामक संस्था विष्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) है। यहां यह उल्लेखनीय है कि आयोग की ही अनुशंसा पर देश भर में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में वार्षिक शिक्षा पद्धति समाप्त करते हुए सेमेस्टर शिक्षा प्रणाली लागू की गई थी। आज सारे देश में उच्च शिक्षा में सेमेस्टर सिस्टम ही लागू है। हाल ही में मध्यप्रदेश ने सेमेस्टर शिक्षा पद्धति को समाप्त कर देने से मध्यप्रदेश देश में अलग थलग पड़ जाएगा। इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया हैं ।
प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इसी साल से यूजी में बीकॉम, बीए और बीएससी जैसे परंपरागत कोर्स में तो सेमेस्टर सिस्टम खत्म कर दिया है, किंतु तकनीकी विषयों को छेड़ा नहीं गया है। यह एक अच्छी बात है। इस कारण प्रदेश में इंजीनियरिंग और मेडिकल विषयों में सेमेस्टर सिस्टम लागू रहेगा।
देश में जितने प्रयोग शिक्षा के क्षेत्र में हुए हैं , उतने प्रयोग किसी भी क्षेत्र में नहीं हुए है। एक बार फिर मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग ने एक और प्रयोग कर दिया है। वर्ष 2008-09 से प्रदेश में यूजी में आरंभ किया सेमेस्टर सिस्टम खत्म कर प्रयोगों की श्रृंखला में एक और प्रयोग जोड़ दिया गया है। अब भविष्य में ही देखा जाएगा कि यह प्रयोग कितना सफल रहता है ?
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