जल पंचायत के मंच से हुआ उज्जैन की जल नीति व जल बिरादरी बनाने का आव्हान
जेएसजी सागर के संकल्प ग्रहण समारोह में महापौर ने 250 लोगों को दिलाया रूफ वाटर हार्वेस्टिंग कराने का संकल्प-पूर्व कुलपति प्रो. मिश्र बोले जल संवर्धन भी अहिंसा का माध्यम
उज्जैन। गिरते भूजल स्तर, जलसंकट निदान व बारिश के जल को सहेजने के उद्देश्य से जैन सोश्यल ग्रुप सागर ने संकल्प ग्रहण समारोह सह जल पंचायत का आयोजन रविवार सुबह 11 बजे से शर्मा परिसर में किया। जिसमें विक्रम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. डाॅ. रामराजेश मिश्र ने उज्जैन के भौगोलिक व पर्यावरणीय परिदृश्य अनुरूप स्थानीय जल नीति बनाने व इस पर अमल के लिए जल बिरादरी (वाॅटर सोसायटी) बनाने का आव्हान किया। वे बोले बारिश का मीठा जल बहकर सागरों में मिलकर खारा हो जाता है। इस जल की उपयोगिता बनाने समाज को आगे आना होगा और कुए, बावड़ी, तालाबों का संवर्धन व संरक्षण करना होगा। तभी हम आने वाली पीढ़ियों के लिए समुचित जल आपूर्ति कर सकेंगे।
ग्रुप के नवीन पदाधिकारियों के रूप में राहुल कटारिया ने अध्यक्ष व शीतल चत्तर ने सचिव पद की शपथ ली। संकल्प ग्रहण से पहले महापौर मीना जोनवाल ने उपस्थित 250 लोगों को अपने घरों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग करने व लोगों को इसके लिए प्रेरित करने का संकल्प दिलाया। हाल ही में जिन्होंने यह सिस्टम लगाए हैं उनका सम्मान भी किया गया। जल पंचायत के मंच को छतरी, मटके, मांडने के साथ पारंपरिक स्वरूप में सजाया गया। अतिथियों को पेड़नुमा व हार्वेस्टिंग सिस्टम युक्त स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। स्वागत उद्बोधन संस्थापक अध्यक्ष संजय जैन खलीवाला ने दिया। मंगलाचरण ममता जैन खलीवाला ने दिया। बतौर अतिथि जेएसजी फेडरेशन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सेठिया, गोपाल वाजपेयी, जयंतीलाल फाफरिया, विनोद बरवोटा, संस्था रूपांतरण के राजीव पाहवा सहित पूर्व कुलपति प्रो. मिश्र थे। निवृत्तमान अध्यक्ष अजय जैन व सचिव पंकज सिरोलिया ने अतिथियों व ग्रुप दंपत्तियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये। संचालन शैलेन्द्र व्यास स्वामी मुस्कुराके ने किया व आभार वर्षा चत्तर ने माना।
नवीन पदाधिकारियों ने ग्रहण किया संकल्प
जेएसजी फेडरेशन के उपाध्यक्ष मनीष कोठारी ने वर्ष 2017-18 के लिए राहुल कटारिया को अध्यक्ष, सुशील जैन, मनीष गावड़ी को उपाध्यक्ष, शीतल चत्तर सचिव, अंकित चोपड़ा सहसचिव, पीआरओ प्रदीप नाहर, अभिनंदन समिति पूर्वी कटारिया, वर्षा चत्तर, पलक चैपड़ा सहित संचालक मंडल व पदाधिकारियों को दायित्व का संकल्प दिलाया।
जलवंदना नृत्य कर दिया संवर्धन का संदेश
कार्यक्रम के आरंभ में निनाद नृत्य अकादमी की कलाकारों ने प्रसिध्द नृत्यांगना पलक पटवर्धन के निर्देशन में जल वंदना व क्षिप्रा स्तुति की प्रस्तुति दी। नृत्य के जरिये जल संवर्धन का संदेश लोगों तक पहुंचाया। ग्रुप की प्रियल पेडणेकर, मानसी उपाध्याय, प्रांजली लोखंडे, प्राजक्ता लोखंडे, आर्यिका जोशी, मीनी सुखवानी, कोमल पुजारा, मनस्वी गुप्ता को सम्मानित किया गया। सृष्टि सिंह ने शिव स्तुति की मनोहारी प्रस्तुति दी।
महापौर बोली सिस्टम लगाने पर देंगे सम्मान
महापौर मीना जोनवाल ने संकल्प दिलाने के साथ ही अपने उद्बोधन में कहा कि शहर में जो भी लोग अपने घरों में रूफ वाटर सिस्टम लगाएंगे। नगर निगम उन्हें सम्मानित करेगा। उद्देश्य यही है कि वर्षा का जल बह निकलने की बजाय धरती में समाए और भूजल स्तर को बढ़ाने के साथ जलस्त्रोतों को रिचार्ज करे। वहीं प्रो. मिश्र ने सीता बावड़ी से जुड़ी रोचक कहानी सुनाकर जलसंवर्धन के लिए प्रेरित किया और कहा कि हमने जीवन में जितना जल उपयोग किया यदि हम उतना ही बचा दें तो आने वाली पीढ़ी भी उसका दोहन कर सकती है। जल पर सबका अधिकार है, इसकी कोई जात-पात नहीं होती, इसका अपव्यय प्राकृतिक हिंसा के समान है और इसका संवर्धन अहिंसा है।