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सुबह की ख्वाहिशें शाम तक टाली है, इस तरह हमने जिंदगी संभाली है


उज्जैन। सुबह की ख्वाहिशें शाम तक टाली है, कुछ इस तरह से हमने जिंदगी संभाली है। उक्त पंक्तियां रविवार रात शहीद पार्क स्थित अभिव्यक्ति मंच से गूंजी जहां शहर की होनहार प्रतिभाओं ने देर रात तक विभिन्न कलाओं, सामाजिक संदेशों, सांस्कृतिक परंपराओं पर अपने मन की अभिव्यक्ति मंच पर प्रस्तुत की। 

संयोजक राजेश अग्रवाल के अनुसार अमर शहीद राजाभाउ महाकाल एवं बलराम जोशी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात अभिव्यक्ति मंच पर प्रतिभाओं का प्रदर्शन प्रारंभ हुआ। जिसमें तनिष्क नागर, गीता श्रीवास डांस ग्रुप, आयुषी जोशी, खुशी गुलाटी, मयूर यादव, माही यादव, गीता श्रीवास, यश स्वीनिका, लावण्या जायसवाल, कृष्णा जायसवाल, जयंती चैरे, पावी खरताल आदि ने अपनी प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर विजय अग्रवाल, रमेशसिंह सिसौदिया, हितेश काले, हेमंत नागर, सपन कोटवानी, सुमित शमी, संतोष तंवर, हरिश गेहलोत, सचिन गोसर, मुकुंद सर उपस्थित थे। 

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