लगातार चलेगा, तभी शिप्रा मैया बचेगी –मुख्यमंत्री श्री चौहान
उज्जैन । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 3 एवं 4 जून को आयोजित दो दिवसीय शिप्रा तीर्थ परिक्रमा के दौरान शिप्रा संरक्षण का अदभुत अभियान चलाया गया। लगातार यह अभियान चलाया जायेगा, तभी शिप्रा मैया बचेगी। शिप्रा बहेगी तो उज्जैन की जिन्दगी चलती रहेगी। हम सबको मिलकर यह प्रयास करना चाहिये कि शिप्रा कल-कल, छल-छल बहे। शिप्रा तट से कुछ दूरी पर तालाब बनाये जायें, किनारे पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाये, तभी कुछ बात बनेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज शिप्रा तीर्थ परिक्रमा एवं शिप्रा सेवा यात्रा के समापन अवसर पर रामघाट पर आयोजित समारोह में कही।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि औद्योगिक क्रान्ति के बाद धरती का तापक्रम निरन्तर बढ़ता जा रहा है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि सन 2050 तक तापमान में लगभग दो डिग्री की वृद्धि होगी और इसके दुष्परिणाम मानव सभ्यता को भुगतना होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हम सबका कर्त्तव्य है कि अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिये धरती को रहने लायक छोड़कर जायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने मालवा का अध्ययन किया तो पता लगा कि यहां भूमिगत जल अत्यधिक नीचे चला गया है। मालवा को किसी समय ‘डग डग रोटी, पग-पग नीर’ वाला क्षेत्र माना जाता था, किन्तु भूजल नीचे जाने से मालवा रेगिस्तान की ओर बढ़ रहा था। सरकार ने सबसे पहले नर्मदा-शिप्रा मिलन का काम हाथ में लिया और इसको रिकार्ड समय में पूर्ण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे जीवन का सबसे बड़ा काम नर्मदा शिप्रा का मिलन है। हम नर्मदा-शिप्रा ही नहीं, नर्मदा-गंभीर को भी जोड़ने जा रहे हैं, जिससे किसानों की हजारों एकड़ भूमि सिंचित होगी। साथ ही नर्मदा को कालीसिंध और पार्वती तथा चम्बल से भी जोड़ दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा सिंहस्थ में उज्जैन शहर एवं शिप्रा तट पर स्थाई प्रकृति के अनेक काम हुए हैं, फिर भी यदि आवश्यकता होगी तो नये काम किये जायेंगे, जिनमें घाट निर्माण भी शामिल है।
उज्जैन जिले के किसानों को 775 करोड़ रूपये का लाभ पहुंचाया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उनकी सरकार किसान हितैषी सरकार है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि पहले सोयाबीन की फसल नष्ट होने पर किसानों के हाथ कुछ नहीं आता था, किन्तु पिछले वर्ष में प्रदेश सरकार ने उज्जैन जिले के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा एवं मुआवजे के तौर पर कुल 775 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की है। उन्होंने कहा कि यही नहीं पिछली सरकारों में किसानों को 18 प्रतिशत ब्याज दर से कृषि ऋण दिया जाता था, जो शून्य प्रतिशत किया गया और अब तो माईनस 10 प्रतिशत ब्याज लागू किया जा रहा है। अर्थात एक लाख रूपये का ऋण लो और 90 हजार रूपये लौटाओ।
8 रूपये किलो प्याज खरीदेंगे
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शिप्रा तट पर मौजूद श्रद्धालुओं एवं किसानों से कहा कि फसलों के बम्पर उत्पादन से प्याज के दाम नहीं मिल रहे है। किसानों को इसके लिये चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं, उनका प्याज आठ रूपये किलो खरीदकर सरकार राहत प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को प्याज नहीं फैंकने दूंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि किसान यदि फसल बेचेगा तो आधा पैसा नगद, आधा आरटीजीएस के माध्यम से दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने गर्मी की मूंग की फसल भी समर्थन मूल्य पर खरीदने की बात कही।
शिप्रा तीर्थ यात्रा के संयोजक एवं विधायक डॉ.मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि उज्जैन की पहचान शिप्रा नदी से है। मुख्यमंत्री ने सिंहस्थ के पूर्व ही शिप्रा व नर्मदा का मिलन करवा दिया है। यही नहीं उनकी दृष्टि इससे भी आगे है। उन्होंने नर्मदा को गंभीर से जोड़कर क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिये पानी एवं पेयजल के लिये योजना बिना किसी औपचारिक शुरूआत के 50 प्रतिशत पूरी करवा दी है। इसकी लागत 1840 करोड़ रूपये है। विधायक डॉ.यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री निश्चल और निर्मल भाव से सेवा करते रहते हैं। विधायक ने उज्जैन व इन्दौर जिलों को मिलकर शिप्रा तटीय क्षेत्र के विकास के लिये प्राधिकरण बनाने की मांग रखी।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान का विधायक डॉ.मोहन यादव ने तुलसी का पौधा भेंटकर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने विगत शिवरात्रि के अवसर पर की गई व्यवस्थाओं पर आधारित प्रतिवेदन का विमोचन किया। कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने एक से 4 जून के मध्य तक विभिन्न गांवों में चली शिप्रा सेवा यात्रा पर आधारित फोटो का एलबम मुख्यमंत्री को भेंट किया। कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, सांसद प्रो.चिन्तामणि मालवीय, विधायक श्री दिलीपसिंह शेखावत, श्री अनिल फिरोजिया, श्री बहादुरसिंह चौहान, श्री सतीश मालवीय, श्री मुकेश पण्ड्या, जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डेय, महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, यूडीए अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल, शिप्रा सेवा यात्रा के पं.रामेश्वरदास, सर्वश्री इकबालसिंह गांधी, श्याम बंसल, अनिल जैन कालूहेड़ा, संभागायुक्त श्री एमबी ओझा, आईजी श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे, पुलिस अधीक्षक श्री एमएस वर्मा सहित बड़ी संख्या में शिप्रा के दोनों तट पर शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा में शामिल स्त्री व पुरूष मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्री रूप पमनानी ने किया।