मुख्यमंत्री श्री चौहान क्षिप्रा सेवा यात्रा में शामिल हुए
उज्जैन । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के उज्जैन प्रवास दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। श्री चौहान क्षिप्रा सेवा यात्रा तथा शिप्रा सेवा संकल्प यात्रा में शामिल होकर हरसिध्दी चौराह से रामघाट तक एक भव्य जूलूस के साथ पैदल चले। जूलूस में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ उर्जा मंत्री श्री पारस जैन, सांसद प्रो. चिंतामणी मालवीय, विधायको में डॉ.मोहन यादव, श्री अनिल फिरोजिया, श्री दिलीप सिंह शेखावत, श्री सतीश मालवीय, म.प्र. जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डेय, श्री श्याम बंसल, श्री इकबाल सिंह गॉधी कलेक्टर श्री संकेत भोड़वे, पुलिस अधीक्षक श्री एमएस वर्मा, प्रशासनिक अधिकारी तथा क्षिप्रा सेवा यात्रा में आये भक्तजन उपस्थित थे।
यात्रा का झंडा थामे नदी सन्देश का दे रहे थे सन्देश
शिप्रा सेवा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री से लेकर सांसद तथा विधायकगण व अन्य जनप्रतिनिधि यात्रा के प्रतीक झंडों के साथ आमजन को शिप्रा नदी के संवर्द्धन एवं संरक्षण का सन्देश दे रहे थे। जनप्रतिनिधियों द्वारा यात्रा के साथ चलते हुए यात्रा के प्रतीक झंडे को अपने हाथों में भी उठाया गया। यह सिलसिला रामघाट तक चलता रहा। इस दौरान बैण्ड द्वारा ‘गंगा तेरा पानी अमृत’ के मधुर गान से जीवनदायिनी नदियों के जल को संरक्षित करने का सन्देश दिया जा रहा था। इसके साथ ही बड़ी संख्या में यात्रा में सम्मिलित नर-नारी और अपने घरों के झरोखों पर मौजूद उज्जैन के नागरिकगण इस सन्देश को अंगीकार कर रहे थे। यह दृश्य नदियों के प्रति जनमानस की आस्था एवं सम्मान का भी परिचायक था।
यात्रा शिप्रा के रामघाट पर पहुंचकर समाप्त हुई। रामघाट पर मुख्यमंत्री तथा अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ पूजन-अर्चन किया गया।
क्षिप्रा सेवा यात्रा 4 जून को प्रात: दत्त अखाड़ा से प्रारंभ हुई जो, रणजीत हनुमान, मौजमखेड़ी, कालभैरव, मंगलनाथ, रामजनार्दन मंदिर, गढ़कालिका, भर्तहरि गुफा, ऋणमुक्तेश्वर महादेव, बिलोटीपुरा, दानीगेट, ढाबारोड़, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य गेट के सामने से होते हुए हरसिध्दी चौराह, हरसिध्दी पाल, होते हुए रामघाट पर पहुंची।