हरिद्वार की तर्ज पर नीलगंगा सरोवर के बीच नजर आएंगी गंगा माता
आज चुनरी अर्पण के साथ होगा गंगा माता की प्रतिमा का अनावरण-होगा जयति जयति मां नीलगंगा नृत्य नाटिका का मंचन
उज्जैन। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा द्वारा आज नीलगंगा सरोवर पर मां नीलगंगा को 110 फीट की चुनरी उड़ाई जाएगी। साथ ही हरिद्वार में गंगा नदी के बीच मगरमच्छ पर बैठी मां गंगा की प्रतिमा की तरह ही नीलगंगा सरोवर में भी मां गंगा की 8 फीट उंची प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। मां की आरती और भंडारे का आयोजन होगा तथा जयति जयति मां नीलगंगा नृत्य नाटिका का मंचन की प्रस्तुति भी उज्जैन की प्रसिद्ध कलाकार पलक पटवर्धन और उनके ग्रुप द्वारा भव्य लाइट एंड साउंड के माध्यम से दी जाएगी।
श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज ने बताया कि मां नीलगंगा पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी गंगा दशहरा उत्सव मनाया जा रहा है। शाम 6 बजे मां नीलगंगा का पूजन और चुनरी अर्पण कार्यक्रम शुरू होगा। जिसमें जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरीगिरी
महाराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज, पायलेट बाबा, परमहंस दाती महाराज और महामंडलेश्वर महेशानंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर महेन्द्रानन्दगिरी महाराज, जूनागढ़ की योगमाता शैलजा देवी शामिल होंगे। आज होने वाले महोत्सव के लिए अखाड़ा भवन को आकर्षक विद्युत सज्जा से सजाया गया है तथा अखाड़ा भवन परिसर में त्रिशूल, डमरू जैसे धार्मिक चिन्हों को चित्रकारों द्वारा उकेरा गया है। प्रेम गिरी महाराज के अनुसार समारोह में जूना अखाड़े के साथ ही 13 अखाड़ों के संत महंत
शामिल हो रहे हैं। प्रतिमा स्थापित करने के लिए बनाया रैंप हरिद्वार से बनकर आई मां गंगा की प्रतिमा को नीलगंगा सरोवर में स्थापित करने के लिए खासी मशक्कत का सामना करना पड़ा। बीच सरोवर में बने पेडस्टल पर प्रतिमा स्थापित करनी थी जहां तक किसी क्रेन का पहुंचना संभव नहीं था तो कई डम्फर गिट्टी डालकर एक रैंप बनाया गया तथा फिर क्रेन के जरिये मां गंगा की प्रतिमा बीच सरोवर में स्थापित की गई।