युवा राष्ट्र के चमकते मोती- अण्णा हजारे
उज्जैन। युवा राष्ट्र की प्रगति के चमकते मोती है, युवा नोनिहालो से भारत विकास के शिखर की और अग्रसर है। उत्तम चरित्र, निस्वार्थ सेवा, देश भक्ति, अपमान सहने की शक्ति, भारत के स्वाभिमान की रक्षा का दृढ़ संकल्प। ये सूत्र युवाओं को देश हित मे अपनाना चाहिये।
उक्त विचार समाजसेवी अण्णा हजारे ने महाराष्ट्र के रालेगण सिद्धि में हिन्द सुराज्य ट्रस्ट में राष्ट्रपति अलंकरण से सम्मानित स्वामी मुस्कुराके (शैलेन्द्र व्यास) से भेंट के अवसर पर व्यक्त किये। अण्णा ने कहा कि मेरी उम्र ढलान पर है। देश के युवाओं से विश्व को अपेक्षा है। वर्तमान में ये भी मेरा, वो भी मेरा और जो तेरा है वो भी मेरा है, की भावना बढ़ती जा रही है। स्वामी मुस्कुराके के साथ लंबी चर्चा में अण्णा हजारे ने महाकालेश्वर भस्माआरती के दर्शन पर आने की इच्छा व्यक्त की। अण्णा ने महाकाल स्थित सिद्धि विनायक का धागा धार्मिक आस्थाओं के साथ हाथ मे बँधवाया। अण्णा ने कहा कि विक्रमादित्य की नगरी विश्व प्रसिद्ध है ,न्याय की नगरी से युवाओं के जोश से भारत की तकदीर बदलेगी। अण्णा हजारे से मुलाकात के अवसर पर हेमा शैलेन्द्र व्यास, साहिबा व्यास, सुमन दिनेश दवे, अपूर्व दवे भी उपस्थित थे।