जगद्गुरू श्री श्रीचंद्रदेवजी एवं खेड़ापति हनुमान की नवीन प्रतिमा की हुई प्राण प्रतिष्ठा, हुआ विराट संत सम्मेलन
उज्जैन। बड़नगर रोड़ पर हनुमानगढ़ी के समीप स्थित श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन निर्वाण में शुक्रवार को बाबा बालयती उदासीनाचार्य जगद्गुरू श्री श्रीचंद्रदेवजी एवं खेड़ापति हनुमान की नवीन प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हुई। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में ही विराट संत सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें सनातन धर्म संस्कृति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई।
देशभर से आए संतों के सानिध्य में शुक्रवार अलसुबह से मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का शुभारंभ हुआ। उदासीन तीर्थ पुरोहित पं. रमाकांत जोशी के आचार्यत्व में मुख्य यजमान पंच के मुखिया महंत भगतराम महाराज, अध्यक्ष महंत धुनीदास, जनरल सेक्रेटरी महंत जगतार मुनि, सचिव महंत त्रिवेणीदास, जगद्गुरू स्वामी हंसदेवाचार्य, महामंडलेश्वर स्वामी गोपालदास, महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद, महामंडलेश्वर स्वामी ऋषिराज, महामंडलेश्वर स्वामी हंसराज भीलवाड़ा, अ.भा. अखाड़ा परिषद पूर्व अध्यक्ष महंत बलवंतसिंह, महामंडलेश्वर स्वामी राजेन्द्रानंद, राधे-राधे बाबा, लाल बाबा, महंत राममुनि, संत लक्खासिंह, महंत सीतारामदास राजस्थान, महंत चमकोरसिंह, महंत सुखदेवानंद संगरिया मंडी, महामंडलेश्वर कृपालदास, महामंडलेश्वर स्वामी सांतानंद, महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव पटौदी, महंत रवीन्द्रदास अखाड़ा ब्रह्मबूटा, मुकामी महंत सर्वेश्वर मुनि, वेदमुनि, महेश मुनि, छोटूराम, तीर्थदास, महंत सूरजमुनि राजस्थान, महंत हरिदास, महामंडलेश्वर सुभाष बापू द्वारा हवन पूजन कर श्री चंद्रदेवजी एवं खेड़ापति हनुमान की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई। तत्पश्चात 11 बजे से विराट संत सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें देशभर से आए संतों ने सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार हेतु जोर देने की अपील की। सम्मेलन पश्चात भोग भंडारे का आयोजन हुआ।