सांसद भगवंत मान ने पीएम की टिप्पणी से आहत हो स्पीकर को लिखा पत्र, अपमान जनक टिप्पणी रिकॉर्ड से हटवाने की मांग
लोकसभा में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण में निशाने पर आए आम आदमी पार्टी के सासंद भगवंत मान ने उनके विरूद्ध की गई 'अपमानजनक' टिप्पणी हटाने की मांग करते हुए बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष से संपर्क किया.
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को भेजे पत्र में मान ने उनसे प्रधानमंत्री को इस टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देने का निर्देश देने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि उन्हें भी प्रधानमंत्री से कुछ सवाल करने दिया जाना चाहिए.
आप नेता मान ने कहा कि यदि यह संभव नहीं हो तो अध्यक्ष अपमानजनक टिप्पणी को हटवा सकती हैं. यदि टिप्पणी नहीं हटाई जा सकती है तो उन्हें लोकसभा की विशेषाधिकार समिति से संपर्क करने की इजाजत दी जानी चाहिए.
भगवंत मान ने कहा प्रधानमंत्री से खुद पूछा जाए कि उन्होंने क्या बोला लेकिन जो भी उन्होंने बोला उससे मैं दुखी हूं. वह ऐसे बोल रहे थे जैसे कि मोरारी बापू प्रवचन दे रहे हों. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मेरे बारे में जो कहा उसके पीएम के पास क्या सबूत हैं. भगवंत मान का कहना है कि मोदी को ये साफ लग गया है कि वह पंजाब में हार रहे हैं इसलिए वो ऐसी बातें कर रहे हैं.
पीएम ने की थी ये टिप्पणी
गौरतलब है कि मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हो रही चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो चार्वाक के सिद्धांत पर चलते हैं चार्वाक ने कहा था 'ऋण कृत्वा घृतम् प्रवेश' यानी कर्जा लो और घी पियो पर शायद भगवंत मान होते तो कुछ और ही पीने को कहते. आपको बता दें कि भगवंत मान पर संसद और जनसभाओं में शराब पीकर आने के आरोप लग चुके हैं.