अनुदान नहीं, इसलिए दीक्षांत समारोह में नहीं देंगे गोल्ड मेडल
एम.ए. भूगोल के टॉपर ने गोल्ड मेडल के लिए कुलपति से लेकर राज्यपाल तक को की शिकायत
उज्जैन। अनुदान नहीं होने के कारण विक्रम विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल के हकदार को उसका हक नहीं दे पा रही। यूनिवर्सिटी द्वारा जारी मैरिट लिस्ट में भी एम.ए. भूगोल में यूनिवर्सिटी में टॉप करने वाले तराना के उमेश बोरठा का नाम शामिल है लेकिन उन्हें गोल्ड मेडल नहीं दिया जा रहा केवल उपाधि देने हेतु आमंत्रित किया जा रहा है। ऐसे में उन्होंने कुलपति के साथ ही राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री, कलेक्टर, सांसद, विधायक सभी को शिकायत कर अपने हक गोल्ड मेडल की मांग की है।
तराना निवासी उमेश बारेठा पिता दिनेशचंद्र बारेठा के अनुसार वह एम.ए. भूगोल विषय से माधव कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय से 2012-14 में उत्तीर्ण हुआ। उमेश का परिणाम पूरे विश्वविद्यालय में प्रथम स्थाल रहा। किंतु फिर भी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में अन्य विषयों में दिये जाने वाले गोल्ड मेडलों की सूची में भूगोल विषय से गोल्ड मेडलिस्ट सूची में शामिल नहीं किया गया है। पंजीयन सूची के अनुसार उमेश का नाम उपाधि सूची में लिया जा रहा है जबकि वह गोल्ड मेडेलिस्ट सूची का पात्र है। इस संबंध में उमेश ने 10 जनवरी को कुलपति के समक्ष शिकायत दर्ज कराई जिसके जवाब में यूनिवर्सिटी से जवाब मिला कि अनुदान नहीं होने के कारण वे उन्हें गोल्ड मेडल नहीं दे सकते।
कलेक्टर ने किया था सम्मान
2014 में डिग्री मिलने के बाद तथा यूनिवर्सिटी में टॉप करने पर तत्कालीन कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने उमेश बारेठा का माधव कॉलेज में सम्मान किया था।
गोल्ड मेडल उमेश का हक, हम दिलवाएंगे- अवधेशपुरीजी महाराज
उमेश बारेठा को मात्र अनुदान नहीं होने का कारण कहकर यूनिवर्सिटी द्वारा गोल्ड मेडल नहीं दिये जाने के मामले में परमहंस अवधेशपुरी महाराज ने कहा है कि यह बेहद आश्चर्य का विषय है कि 10-12 लाख खर्च कर दीक्षांत समारोह का आयोजन करने वाली यूनिवर्सिटी 3500 के गोल्ड मेडल के लिए एक प्रतिभा को प्रोत्साहित करने से पीछे हट रही है। यदि ऐसा है तो हम उसे गोल्ड मेडल दिलवाएंगे और यदि कोई नियम आड़े आ रहा है तो उसमें संशोधन कराएंगे। इस संबंध में आज गुरूवार को कुलपति से चर्चा करेंगे।