मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा शिविर, 20 जिलों में 16 हजार 576 रोगी का हुआ रजिस्ट्रेशन
उज्जैन । मुख्यमंत्री स्वास्थ्य शिविर योजना में उज्जैन सहित 20 जिले में लगाये गये शिविरों में लगभग 4000 ऐसे बच्चों और गरीब मरीजों की पहचान की गयी है, जिन्हें गंभीर बीमारी है। इन मरीजों का इलाज बड़े अस्पतालों में करवाया जायेगा। प्रदेश में 15 जनवरी से विशेष शिविर लगाकर गंभीर रूप से बीमार ऐसे मरीजों को चिन्हांकित किया जा रहा है, जो अर्थाभाव की वजह से समुचित उपचार से वंचित हैं। यह शिविर 27 फरवरी तक लगाये जायेंगे।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जिला बीमारी सहायता एवं राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम में पूरे प्रदेश में मरीजों को चिन्हांकित करने का अभियान चलाया जा रहा है। सभी जिला मुख्यालयों में शिविर लगाये जा रहे हैं। अब तक लगे शिविरों में 20 जिले में कुल 16 हजार 576 रोगियों का रजिस्ट्रेशन किया गया है। इनमें 3,887 ऐसे रोगी हैं, जिन्हें महंगे इलाज की आवश्यकता है। इनमें राष्ट्रीय बाल सुरक्षा योजना के 2,462 और राज्य बीमारी सहायता योजना के 1,425 रोगी शामिल हैं। इन मरीजों का उपचार प्राक्कलन तैयार किया जा रहा है।
स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में 1661 रोगी सर्जरी के लिये चिन्हित किये गये हैं। इनमें 925 बाल रोगी और 736 अन्य रोगी शामिल हैं, जिनकी सर्जरी जिला-स्तर पर की जायेगी। शिविरों में बाल-हृदय उपचार और बाल-श्रवण उपचार योजना के मरीजों को भी चिन्हित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा परीक्षण शिविर प्रदेश के सीहोर, सागर, जबलपुर, रीवा, मुरैना, खण्डवा, नीमच, राजगढ़, बालाघाट, सतना, झाबुआ, भिण्ड, उज्जैन, होशंगाबाद, पन्ना, नरसिंहपुर, शहडोल, धार, ग्वालियर और शाजापुर में लगाये जा चुके हैं।