मध्यप्रदेश में बनेंगे 'नर्मदा एक्सप्रेस-वे' और 'चम्बल एक्सप्रेस-वे'
उज्जैन । मध्य प्रदेश में दो एक्सप्रेस-वे 'नर्मदा एक्सप्रेस-वे' और 'चम्बल एक्सप्रेस-वे' का निर्माण किया जायेगा। नर्मदा नदी के समानान्तर अमरकंटक से गुजरात की सीमा तक लगभग 1300 किलोमीटर लम्बाई के नर्मदा एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जायेगा। चम्बल नदी के समानान्तर श्योपुर जिले के वीरपुर से अटेर तक बीहड़ों से होते हुए लगभग 185 किलोमीटर लम्बाई के एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जायेगा। इस संबंध में केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने सैद्धांतिक सहमति दी है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ये दोनों एक्सप्रेस-वे मध्यप्रदेश के विकास के लिये महत्वपूर्ण सौगात होंगे।
केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने कहा कि इन दोनों एक्सप्रेस-वे के लिये भूमि राज्य सरकार उपलब्ध करायेगी तथा इनका निर्माण केन्द्रीय सड़क परिवहन विभाग करवायेगा। इन एक्सप्रेस-वे के समीप नये लॉजिस्टिक पार्क और टाउनशिप कहाँ विकसित हो सकते हैं, इसकी भी योजना बनायें। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित 2021 किलोमीटर लम्बाई के सात मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने पर भी सहमति दी। इन मार्गों में चापड़ा से नेवरी-देवास-उज्जैन-बड़नगर- बदनावर-पेटलावद-थांदला होते हुए गुजरात सीमा तक, छिंदवाड़ा से परासिया-मटकुली- पिपरिया-बरेली-सिलवानी-गैरतगंज-बेगमगंज-राहतगढ़-खुरई से खिमलासा तक, सागर-गढ़ाकोटा-दमोह-कटनी-ब्यौहारी-मझोली से बरगवां तक, जबलपुर-जबेरा-नोहटा-दमोह-हटा-सिमरिया-अमानगंज-पन्ना-अजयगढ़ से कालिंजर तक, कुक्षी-बाघ-सरदारपुर-बदनावर-बड़नगर-इंगोरिया-उन्हेल-नागदा-जावरा तक, चाबी- शाहपुरा-उमरिया-ताला-जयसिंग नगर से छत्तीसगढ़ सीमा तक, डबरा-भितरवार- नरवर-सतनवाड़ा-शिवपुरी-गोरस तक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर जितने भी रेल्वे ओव्हर ब्रिज की आवश्यकता है, उनके प्रस्ताव सेतु भारतम कार्यक्रम के तहत तैयार करवाये जाये। इन राष्ट्रीय राजमार्गों पर अत्याधुनिक यातायात सिग्नल व्यवस्था बनायी जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नये एक्सप्रेस-वे की सहमति के लिये मंत्री श्री गडकरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश में तेजी से राष्ट्रीय राजमार्गों के काम हो रहे हैं। प्रदेश में उनके विजन के अनुसार आधुनिक तकनीकी का उपयोग कर निर्माण किये जायेंगे। उक्त दोनों एक्सप्रेस-वे प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिये महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे। पूर्व में घोषित राष्ट्रीय राजमार्गों में से लगभग 2611 किलोमीटर में से 900 किलोमीटर के मजबूतीकरण के लिये करीब 493 करोड़ रूपये की स्वीकृति भी दी गयी है। मध्य प्रदेश में पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लम्बाई 5195 किलोमीटर थी, अब 2611 किलोमीटर नये राष्ट्रीय राजमार्गों की अधिसूचना तथा 2383 किलोमीटर की सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने से प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लम्बाई 10 हजार 189 किलो मीटर हो गयी है।