ट्रेन से पर्स चोरी हुआ, रेलवे चुकाए 1.41 लाख रुपए
उज्जैन। ट्रेन में 4 साल पूर्व दिल्ली जा रही महिला का सोने के जेवर व नकदी से भरा पर्स बदमाश चुराकर ले गया था। महिला व उसके पति ने चोर को पकड़ने की कोशिश की थी। मगर वह हाथ नहीं आया। मामले में उपभोक्ता फोरम में शिकायत की गई थी। फोरम ने रेलवे प्रशासन को आदेश दिया है कि वह महिला को 1.41 लाख रुपए का हर्जाना अदा करे। यह राशि दो माह के अंदर दी जाए।
अभिभाषक प्रतापसिंह रावत ने बताया कि रेखा पति अरविंद चंदेल परिजन के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए देहरादून एक्सप्रेस से 16 फरवरी 2013 को दिल्ली जा रही थीं। इस दौरान सोने के जेवर व नकदी से भरा बैग अज्ञात बदमाश चुराकर ले गया।
यात्रियों और चंदेल परिवार ने बदमाश को पकड़ने की कोशिश की, मगर वह चलती ट्रेन से कूदकर भाग निकला। मामले में हजरत निजामउद्दीन रेलवे स्टेशन स्थित जीआरपी थाने पर केस दर्ज करवाया गया था। चोरी गए बैग में 1.40 लाख रुपए के जेवर व मोबाइल रखा हुआ था।
पुलिस द्वारा चोर को न पकड़ पाने पर अरविंद चंदेल ने उपभोक्ता फोरम में वाद दायर किया था। 20 जनवरी को फोरम ने चंदेल परिवार के पक्ष में फैसला देते हुए रेलवे को 1.41 लाख रुपए चुकाने के आदेश दिए। राशि दो माह में नहीं देने पर 25 अगस्त 2013 से 7 प्रतिशत वार्षिक दर पर ब्याज भी देना होगा।
ट्रेन में नहीं थे सुरक्षा गार्ड
चंदेल ने बताया कि ट्रेन में रेलवे प्रशासन की ओर से सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। ट्रेन में न तो सुरक्षाकर्मी मौजूद था और न ही चेन पुलिंग की व्यवस्था थी, जिससे की ट्रेन रोककर बदमाश को पकड़ा जा सके।