केरल के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ईण् अहमद का निधन, संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान आया था हार्टअटैक
मंगलवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण के दौरान बेहोश हुए केरल के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ई. अहमद का देर रात निधन हो गया। इससे आज सदन में आम बजट पेश होने पर सस्पेंस बन गया था। सरकार के सूत्रों की मानें तो बजट बुधवार को ही पेश होगा। इस बीच, नरेंद्र मोदी अहमद के घर पहुंचे। लोकसभा में बजट शुरू होने के पहले या बाद में अहमद को श्रद्धांजलि दी जाएगी। परंपरा के मुताबिक किसी भी सांसद के निधन के बाद सदन की कार्यवाही उन्हें श्रद्धांजलि देकर एक दिन के लिए स्थगित कर दी जाती है। उधर, पीएम मोदी ने अहमद के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
- केंद्रीय राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि परंपरा को देखते हुए बजट को टाला जा सकता है। लेकिन फैसला लोकसभा स्पीकर को लेना है। मुझे उम्मीद है कि इस पर थोड़ी देर में स्थिति साफ हो जाएगी।
कांग्रेस ने कहा- बजट को टाले सरकार
-कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- "ई अहमद का निधन राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान हुआ। उनकी बॉडी भी यहां है। फिर संसद की परंपरा है कि किसी सांसद के निधन पर उसे सदन में श्रद्धांजलि दी जानी चाहिए।"
- "जेडीयू नेता और एचडी देवगौड़ा चाहते हैं कि बजट को टाल दिया जाना चाहिए। सरकार को पता था कि उनका निधन हो गया है। इसके बात भी जानकारी को रोके रखा गया।"
- "आज 31st मार्च नहीं है। फाइनेंशियल ईयर खत्म नहीं हो रहा है। बजट पेश करने के लिए काफी वक्त है।"
- बता दें कि 1954 में सांसद पॉल जुझर और 1974 में एमबी राणा का का निधन हुआ था। तब भी बजट पेश किया गया था।
एक्सपर्ट का क्या कहना है?
- संविधान एक्सपर्ट सुभाष कश्यप ने एक टीवी चैनल को बताया कि संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। बस एक परंपरा है। सरकार बजट को टालने के लिए के लिए बाध्य नहीं है।
कौन थे अहमद?
- 78 साल के ई अहमद इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के सांसद रहे। वे केरल की मलाप्पुरम लोकसभा सीट को रिप्रेजेंट करते थे।
- अहमद यूपीए-1 और यूपीए-2 की सरकार के दौरान लगातार 10 साल विदेश राज्य मंत्री रहे।
- पार्लियामेंट के ज्वाइंट सेशन के दौरान बेहोश होने के बाद उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।