छूने या साथ रहने से नहीं फैलता है कुष्ठ रोग, चालू हुआ कुष्ठ नियंत्रण पखवाड़ा
उज्जैन । कुष्ठ के प्रति छुआछूत की मानसिकता को दूर करने के लिये भोपाल में स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई। काटजू अस्पताल में हुए मुख्य आयोजन में जागरूकता रैली निकाली गयी, जिसमें चिकित्सक, कर्मचारी, स्काउट-गाइड और लेप्रा इण्डिया ने भाग लिया। कुष्ठ रोगियों के प्रति भेदभाव को दूर करने के लिये उनसे हाथ एवं गले मिलकर स्वागत किया गया और रोगियों ने अपने अनुभव साझा किये। सोमवार से प्रारंभ हुए कुष्ठ नियंत्रण पखवाड़े में जन-जागरूकता गतिविधियाँ और नये मरीजों की खोज एवं फॉलोअप सर्वे किया जायेगा।
कुष्ठ रोगियों के लिये हैं नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा
कुष्ठ रोगियों के लिये शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में इलाज की सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क है। पूरा इलाज लेकर मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाता है। जरूरत है कि मरीज के साथ किसी तरह का भेदभाव न रखते हुए उसे नैतिक सहयोग दिया जाये। एमडीटी दवा से कुष्ठ के रोगाणु नष्ट हो जाते हैं। प्रारंभिक लक्षणों को देखते ही नियमित उपचार लेने से कुष्ठ ठीक हो जाता है। यह रोग छूने से नहीं फैलता है। कुष्ठ मरीजों के साथ रहने, खाने, स्पर्श आदि से यह रोग नहीं फैलता है।
30 जनवरी को संकल्प लिया गया
उज्जैन जिले में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को ग्राम और जिले को कुष्ठमुक्त करने की दिशा में पूर्ण सहयोग करने का संकल्प लिया गया। साथ ही कुष्ठ रोगियों से भेदभाव नहीं करने का संकल्प भी लिया गया।