मुख्यमंत्री को व्यथा सुनाने के बाद दूर हुई सेवंती और परिवार की मुश्किलें
उज्जैन। पिता की मृत्यु के बाद लगा था दुनिया में मेरा कोई नहीं है। तब मुझे एक ही सहारा था मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का। जो हमेशा बेटियों को आगे लाने और बच्चों को अपना भांजा कहते हैं। मेरी उम्मीद सही थी, मुख्यमंत्री का मुझे सहारा मिला। उन्होंने 24 घंटे में अपनी भांजी की मदद की। हरदा जिले के ग्राम खेड़ीनीमा की सेवंती उईके ने आज हरदा में मुख्यमंत्री और श्री चौहान से मुलाकात कर यह बात कही। सुश्री सेवंती ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान "नमामि देवि नर्मदे" यात्रा में भाग लेने हरदा गए थे तब बालिका कु. सेवंती उनसे मिलकर अपनी व्यथा सुनाई थी। मुख्यमंत्री ने तत्काल कलेक्टर को मदद करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने 24 घंटे में सेवंती उइके के घर पहुँचकर बकरी पालन के लिए 77 हजार का ऋण स्वीकृति पत्र सौंपा। परिवार को 10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता भी दी। प्रधानमंत्री आवास का आवंटन पत्र भी जारी किया, जिसका निर्माण पिछले मंगलवार से शुरू भी हो गया। सेवंती द्वारा छात्रावास के लिए जमा फीस वापस की गई और अगले साल की फीस अग्रिम दी गई। उसकी तीनों छोटी बहन का शाला में दाखिला भी करवाया गया। साथ ही खाद्यान्न की व्यवस्था भी की गई।