बेटियों के दुराचारियों को जीने का हक नहीं नशामुक्ति के लिए सरकार दृढ़-संकल्पित
उज्जैन । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बेटियों के साथ दुराचार करने वालों दुराचारियों को जीने का हक नहीं है। उनके लिये सख्त से सख्त सजा का प्रावधान किया जाना चाहिए। नर्मदा के बैक-वाटर से हरदा जिले के सभी खेतों को पूरी तरह सिंचित किया जाएगा। नशामुक्ति के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान हरदा जिले के करनपुरा में "नमामि देवि नर्मदा"-सेवा यात्रा के जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माँ नर्मदा ने मध्यप्रदेश को सब कुछ दिया है। नर्मदा के जल से प्रदेश के 30 प्रतिशत हिस्से में सिंचाई हो रही है। अमरकंटक, डिण्डोरी, जबलपुर, भोपाल, ओंकारेश्वर,हरदा और इंदौर सहित शहरों को पीने का पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। नर्मदा प्रदूषित न हो, इसके लिए ट्रीटमेंट प्लांट शीघ्र लगवाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी के घाटों पर पूजन-कुण्ड, मुक्तिधाम और महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि शौचालय विहीन परिवारों को शौचालय निर्माण के लिए राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी के उत्तरी एवं दक्षिण तटों के पाँच किलो मीटर के दायरे में आने वाले ग्राम एवं कस्बों में शराब की दुकानें नहीं रहेंगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा किनारों की कृषि भूमि पर फलदार पौधे लगाने के लिए 20 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर तीन वर्ष तक अनुदान तथा वृक्षारोपण की लागत में 40 प्रतिशत तक की सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माँ नर्मदा में गंदगी रोकने के लिए सभी को यह प्रण करना होगा कि हम खुले में शौच न करें और न करने दें। प्रदेश की जो पंचायतें खुले में शौचमुक्त हो गई है उन्हें विकास के लिए अधिक राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने जनता का आव्हान किया कि नर्मदा नदी के शुद्धिकरण और पर्यावरण की रक्षा के लिए संकल्प लें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी में शहरों के सीवेज का गंदा पानी नहीं जाने देंगे। इसके लिए जिलों में ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जा रहे हैं। इस पानी का उपयोग खेतों की सिंचाई में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक की थेलियों को 01 मई से प्रतिबंधित कर दिया जायेगा। आदिवासी अनुसूचित, जाति के साथ ही अब सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राओं को भी स्कॉलरशिप दी जाएगी।