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जब हम सोये थे रजाई ओढ़े, वे बर्फ ओढ़े कैसे सोए होंगे



उज्जैन। जब हम सोये थे रजाई ओढ़े, वे बर्फ ओढ़े कैसे सोए होंगे। अभिव्यक्ति मंच पर रविवार रात इसी तरह के वीर सैनिकों की वीरता के गीत गाए गए। 
संयोजक राजेश अग्रवाल के अनुसार शहीद पार्क पर शाम 7 बजे से प्रारंभ हुए प्रतिभाओं की प्रस्तुति का दौर देर रात तक चला। इस अवसर पर सुमित शमी, मुकुंद सर, पंकज शर्मा, हरिश गेहलोत, राकेश भार्गव, हितेश काले, अनिल राजपूत, संजय सोनी, दिनेश फुलवानी आदि उपस्थित थे। 

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