सुदामा प्रसंग के साथ हुआ भागवत का समापन, आज पूर्णाहूति के साथ विशाल भंडारे का आयोजन
उज्जैन। सामाजिक न्याय परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का शनिवार को सुदामा प्रसंग के साथ समापन हो गया। आज पूर्णाहूति और विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
कथा के अंतिम दिन कथा व्यास पदमहस्ता भारती ने सुदामा प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान कृष्ण की शिक्षास्थली उज्जैयिनी के लोग धन्य हैं। द्वार पर आये सुदामा के पग धोकर उन्हें आनंदित करने वाले भगवान कृष्ण तुम पर भी कृपा बरसा दें, तुम दिल से पुकारकर तो देखो। कथा के समापन पर महाआरती मुख्य यजमान हरिसिंह यादव, संयोजक श्याम जायसवाल, रवि राय, अजीत मंगलम, महेश तिलक आदि ने की। संस्थान के मुख्य संयोजक स्वामी नरेन्द्रानंद ने धर्म एवं भक्ति विषय पर क्रांतिकारी विचार प्रस्तुत किये। कथा में स्वामी विद्यानंद, साध्वी अवनी भारती, श्यामला भारती, सर्वज्ञा भारती, बोध्या भारती, अर्चना भारती, संपूर्णा भारती, निधि भारती, स्वामी हितेन्द्रानंद, स्वामी मुदितानंद, गुरूभाई अनिरूध्द, गुरूभाई ताना, व पवन आदि उपस्थित थे।